कल्याण मल्ल और संस्कृत भाषा
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कल्याण मल्ल और संस्कृत भाषा के बीच अंतर
कल्याण मल्ल vs. संस्कृत भाषा
कल्याण मल्ल 16वीं शताब्दी में पूर्वी उत्तर प्रदेश में शासन कर रहे लोदी युवराज लाड खान के दरबार के प्रिय लेखक थे। उन्होनें संस्कृत में 'सुलेमान चरित' नामक ग्रन्थ की रचना की है जिसमें इस्लामी और इसाई कथाओं का संकलन है। उनकी दूसरी रचना 'अनंगरंग' नामक कामशास्त्रीय ग्रन्थ है। अनंगरंग और सुलेमान चरित ये दोनों रचनाएं उनके संरक्षक युवराज को समर्पित हैं। . संस्कृत (संस्कृतम्) भारतीय उपमहाद्वीप की एक शास्त्रीय भाषा है। इसे देववाणी अथवा सुरभारती भी कहा जाता है। यह विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है। संस्कृत एक हिंद-आर्य भाषा हैं जो हिंद-यूरोपीय भाषा परिवार का एक शाखा हैं। आधुनिक भारतीय भाषाएँ जैसे, हिंदी, मराठी, सिन्धी, पंजाबी, नेपाली, आदि इसी से उत्पन्न हुई हैं। इन सभी भाषाओं में यूरोपीय बंजारों की रोमानी भाषा भी शामिल है। संस्कृत में वैदिक धर्म से संबंधित लगभग सभी धर्मग्रंथ लिखे गये हैं। बौद्ध धर्म (विशेषकर महायान) तथा जैन मत के भी कई महत्त्वपूर्ण ग्रंथ संस्कृत में लिखे गये हैं। आज भी हिंदू धर्म के अधिकतर यज्ञ और पूजा संस्कृत में ही होती हैं। .
कल्याण मल्ल और संस्कृत भाषा के बीच समानता
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संदर्भ
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