6 संबंधों: चित्रकला, मूर्ति कला, सौन्दर्यशास्त्र, आभूषण, आंतरिक डिज़ाइन, कला।
चित्रकला
राजा रवि वर्मा कृत 'संगीकार दीर्घा' (गैलेक्सी ऑफ म्यूजिसियन्स) चित्रकला एक द्विविमीय (two-dimensional) कला है। भारत में चित्रकला का एक प्राचीन स्रोत विष्णुधर्मोत्तर पुराण है। .
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मूर्ति कला
'''यक्षिणी''', पटना संग्रहालय में शिल्पकला (sculpture) कला का वह रूप है जो त्रिविमीय (three-dimensional) होती है। यह कठोर पदार्थ (जैसे पत्थर), मृदु पदार्थ (plastic material) एवं प्रकाश आदि से बनाये जा सकते हैं। मूर्तिकला एक अतिप्राचीन कला है। .
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सौन्दर्यशास्त्र
प्रकृति में सर्वत्र सौन्दर्य विद्यमान है। सौंदर्यशास्त्र (Aesthetics) संवेदनात्म-भावनात्मक गुण-धर्म और मूल्यों का अध्ययन है। कला, संस्कृति और प्रकृति का प्रतिअंकन ही सौंदर्यशास्त्र है। सौंदर्यशास्त्र, दर्शनशास्त्र का एक अंग है। इसे सौन्दर्यमीमांसा ताथा आनन्दमीमांसा भी कहते हैं। सौन्दर्यशास्त्र वह शास्त्र है जिसमें कलात्मक कृतियों, रचनाओं आदि से अभिव्यक्त होने वाला अथवा उनमें निहित रहने वाले सौंदर्य का तात्विक, दार्शनिक और मार्मिक विवेचन होता है। किसी सुंदर वस्तु को देखकर हमारे मन में जो आनन्ददायिनी अनुभूति होती है उसके स्वभाव और स्वरूप का विवेचन तथा जीवन की अन्यान्य अनुभूतियों के साथ उसका समन्वय स्थापित करना इनका मुख्य उद्देश्य होता है। .
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आभूषण
Jewellery art using computer aided design. आभूषण के निर्माण में अक्सर रत्न, सिक्के या अन्य कीमती वस्तुओं का इस्तेमाल किया जाता है और आमतौर पर इनको कीमती धातुओं में स्थापित किया जाता है। आभूषण लोकसंस्कृति के लोकमान्य अंग हैं। सौंदर्य की बाहरी चमक-दमक से लेकर शील की भीतरी गुणवत्ता तक और व्यक्ति की वैयक्तिक रुचि से लेकर समाज की सांस्कृतिक चेतना तक आभूषणों का प्रभाव व्याप्त रहा है। दुनिया के कई हिस्सों में 15 फ़रवरी को ज्वैलरी डे मनाया जाता है हालाँकि इसके पीछे कौन सी विशेष मान्यताएं हैं इसका स्पष्ट प्रमाण उपलब्ध नहीं है। .
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आंतरिक डिज़ाइन
इंटीरियर या आंतरिक डिजाइन को अक्सर साज-सज्जा से जोड़कर देखा जाता है, जिसमें शामिल है स्टाइल, रंग-रोगन, फर्नीचर, आर्ट वर्क और लाइटिंग का उचित चयन करना। आज के डिजाइनर पुरानी या नई इमारत को काफी फेरबदल के बाद नया स्वरूप देते हैं। आज के डिजाइनर आर्किटेक्चर की गहन जानकारी, ले आउट बनाना, किसी इमारत के नवीनीकरण, खिड़की-दरवाजों की सही जगह व आकार की भी राय देते हैं। यह लोग सही डिजाइन, सुरक्षा, आराम, पर्यावरण के मानकों को ध्यान में रखते हुए इंटीरियर डिजाइन करते हैं। अगर किसी प्रोजेक्ट में ढांचागत काम की भी जरूरत पड़ती है तो यह लोग आर्किटेक्ट या इंजीनियर के साथ मिलकर कार्य करते हैं। जब आंतरिक डिजाइन का काम शुरू होता है तो डिजाइनर समय-समय पर साइट पर जाकर इसे सुपरवाइज करते हैं। इन्हें कई तरह के काम करने वाले ठेकेदारों से तारतम्य बैठाना होता है, जिसमें फर्नीचर, प्लंबर, एसी या इलेक्ट्रिकल सर्किट, फ्लोरिंग, फिटिंग, आर्टवर्क और लाइटिंग प्रमुख क्षेत्र हैं। .
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कला
राजा रवि वर्मा द्वारा चित्रित 'गोपिका' कला (आर्ट) शब्द इतना व्यापक है कि विभिन्न विद्वानों की परिभाषाएँ केवल एक विशेष पक्ष को छूकर रह जाती हैं। कला का अर्थ अभी तक निश्चित नहीं हो पाया है, यद्यपि इसकी हजारों परिभाषाएँ की गयी हैं। भारतीय परम्परा के अनुसार कला उन सारी क्रियाओं को कहते हैं जिनमें कौशल अपेक्षित हो। यूरोपीय शास्त्रियों ने भी कला में कौशल को महत्त्वपूर्ण माना है। कला एक प्रकार का कृत्रिम निर्माण है जिसमे शारीरिक और मानसिक कौशलों का प्रयोग होता है। .
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