लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
इंस्टॉल करें
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

कल सुनना मुझे और सुदामा पांडेय 'धूमिल'

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

कल सुनना मुझे और सुदामा पांडेय 'धूमिल' के बीच अंतर

कल सुनना मुझे vs. सुदामा पांडेय 'धूमिल'

कल सुनना मुझे हिन्दी के विख्यात साहित्यकार धूमिल द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1979 में मरणोपरांत साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। . सुदामा पाण्डेय धूमिल हिंदी की समकालीन कविता के दौर के मील के पत्थर सरीखे कवियों में एक है। उनकी कविताओं में आजादी के सपनों के मोहभंग की पीड़ा और आक्रोश की सबसे सशक्त अभिव्यक्ति मिलती है। व्यवस्था जिसने जनता को छला है, उसको आइना दिखाना मानों धूमिल की कविताओं का परम लक्ष्य है। .

कल सुनना मुझे और सुदामा पांडेय 'धूमिल' के बीच समानता

कल सुनना मुझे और सुदामा पांडेय 'धूमिल' आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

कल सुनना मुझे और सुदामा पांडेय 'धूमिल' के बीच तुलना

कल सुनना मुझे 6 संबंध है और सुदामा पांडेय 'धूमिल' 1 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (6 + 1)।

संदर्भ

यह लेख कल सुनना मुझे और सुदामा पांडेय 'धूमिल' के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »