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कर्नाटक और पंद्रहवीं लोकसभा का मंत्रिमंडल

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

कर्नाटक और पंद्रहवीं लोकसभा का मंत्रिमंडल के बीच अंतर

कर्नाटक vs. पंद्रहवीं लोकसभा का मंत्रिमंडल

कर्नाटक, जिसे कर्णाटक भी कहते हैं, दक्षिण भारत का एक राज्य है। इस राज्य का गठन १ नवंबर, १९५६ को राज्य पुनर्गठन अधिनियम के अधीन किया गया था। पहले यह मैसूर राज्य कहलाता था। १९७३ में पुनर्नामकरण कर इसका नाम कर्नाटक कर दिया गया। इसकी सीमाएं पश्चिम में अरब सागर, उत्तर पश्चिम में गोआ, उत्तर में महाराष्ट्र, पूर्व में आंध्र प्रदेश, दक्षिण-पूर्व में तमिल नाडु एवं दक्षिण में केरल से लगती हैं। इसका कुल क्षेत्रफल ७४,१२२ वर्ग मील (१,९१,९७६ कि॰मी॰²) है, जो भारत के कुल भौगोलिक क्षेत्र का ५.८३% है। २९ जिलों के साथ यह राज्य आठवां सबसे बड़ा राज्य है। राज्य की आधिकारिक और सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है कन्नड़। कर्नाटक शब्द के उद्गम के कई व्याख्याओं में से सर्वाधिक स्वीकृत व्याख्या यह है कि कर्नाटक शब्द का उद्गम कन्नड़ शब्द करु, अर्थात काली या ऊंची और नाडु अर्थात भूमि या प्रदेश या क्षेत्र से आया है, जिसके संयोजन करुनाडु का पूरा अर्थ हुआ काली भूमि या ऊंचा प्रदेश। काला शब्द यहां के बयालुसीम क्षेत्र की काली मिट्टी से आया है और ऊंचा यानि दक्कन के पठारी भूमि से आया है। ब्रिटिश राज में यहां के लिये कार्नेटिक शब्द का प्रयोग किया जाता था, जो कृष्णा नदी के दक्षिणी ओर की प्रायद्वीपीय भूमि के लिये प्रयुक्त है और मूलतः कर्नाटक शब्द का अपभ्रंश है। प्राचीन एवं मध्यकालीन इतिहास देखें तो कर्नाटक क्षेत्र कई बड़े शक्तिशाली साम्राज्यों का क्षेत्र रहा है। इन साम्राज्यों के दरबारों के विचारक, दार्शनिक और भाट व कवियों के सामाजिक, साहित्यिक व धार्मिक संरक्षण में आज का कर्नाटक उपजा है। भारतीय शास्त्रीय संगीत के दोनों ही रूपों, कर्नाटक संगीत और हिन्दुस्तानी संगीत को इस राज्य का महत्त्वपूर्ण योगदान मिला है। आधुनिक युग के कन्नड़ लेखकों को सर्वाधिक ज्ञानपीठ सम्मान मिले हैं। राज्य की राजधानी बंगलुरु शहर है, जो भारत में हो रही त्वरित आर्थिक एवं प्रौद्योगिकी का अग्रणी योगदानकर्त्ता है। . २२ और २८ मई २००९ को शपथ ग्रहण की। भारत की पंद्रहवीं लोकसभा के मंत्रियों ने २२ और २८ मई २००९ को शपथ ग्रहण की। इस प्रकार प्रधान मंत्री के मंत्रीमंडल में कुल ५९ मंत्रियों को शामिल किया गया है। इनकी सूची इस प्रकार से है:- .

कर्नाटक और पंद्रहवीं लोकसभा का मंत्रिमंडल के बीच समानता

कर्नाटक और पंद्रहवीं लोकसभा का मंत्रिमंडल आम में 2 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): वीरप्पा मोइली, क़ानून एवं न्याय मंत्रालय, भारत सरकार

वीरप्पा मोइली

श्री वीरप्पा मोइली को भारत सरकार की पंद्रहवीं लोकसभा के मंत्रीमंडल में क़ानून एवं न्याय मंत्रालय में मंत्री बनाया गया है। श्रेणी:भारत सरकार के मंत्री श्रेणी:भारत सरकार के मंत्री श्रेणी:1940 में जन्मे लोग श्रेणी:जीवित लोग श्रेणी:कर्नाटक के मुख्यमंत्री श्रेणी:मूर्तिदेवी पुरस्कार प्राप्तकर्ता.

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क़ानून एवं न्याय मंत्रालय, भारत सरकार

क़ानून एवं न्याय मंत्रालय, भारत सरकार भारत सरकार का एक मंत्रालय है। मंत्रालय, क़ानून एवं न्याय, भारत सरकार *.

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कर्नाटक और पंद्रहवीं लोकसभा का मंत्रिमंडल के बीच तुलना

कर्नाटक 364 संबंध है और पंद्रहवीं लोकसभा का मंत्रिमंडल 145 है। वे आम 2 में है, समानता सूचकांक 0.39% है = 2 / (364 + 145)।

संदर्भ

यह लेख कर्नाटक और पंद्रहवीं लोकसभा का मंत्रिमंडल के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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