करण जौहर और शाहरुख़ ख़ान के बीच समानता
करण जौहर और शाहरुख़ ख़ान आम में 7 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, माइ नेम इज़ ख़ान, यश चोपड़ा, आदित्य चोपड़ा, कभी खुशी कभी ग़म, कभी अलविदा ना कहना, कुछ कुछ होता है।
दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे
दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे 1995 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है, जो डीडीएलजे के नाम से भी प्रसिद्ध है। इस पहला प्रदर्शन 19 अक्टूबर 1995 को हुआ और 20 अक्टूबर 1995 को यह पूरे भारत में निर्गमित हुई। इस फिल्म का निर्देशन प्रसिद्ध फिल्म निर्माता और निर्देशक यश चोपड़ा के पुत्र आदित्य चोपड़ा ने किया। शाहरुख खान, काजोल और अमरीश पुरी इसके प्रमुख कलाकारों में थे। इस फिल्म के नाम सबसे ज्यादा चलने का रिकॉर्ड है। यह मुंबई के मराठा मंदिर में तेरह सालों से भी ज्यादा समय तक चली.
करण जौहर और दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे · दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे और शाहरुख़ ख़ान ·
माइ नेम इज़ ख़ान
माइ नेम इज़ ख़ान वर्ष 2010 में बनी एक हिन्दी फ़िल्म है। फिल्म के मुख्य कलाकार शाहरुख खान और काजोल देवगन हैं। इसे करन जोहर ने निर्देशित किया है और लिखा है शिबानी बथीजा ने |इसके निर्माता हैं हीरू जोहर, गौरी खान और शाहरुख खान | इस फिल्म को मिलकर बनाया है धर्मा प्रोडक्शन और रेड चिलीस एंटरटेनमेंट ने 100 करोड़ के बजट में जिसके कारण ये 2006 में बालीवुड की सबसे महँगी फिल्म थी | इसकी रिलीज़ से पहले ही इसने काफी सुर्खियाँ बटोर लीं| 2001 में " कभी खुशी कभी गम " के बाद काजोल और शाहरुख बहुत लंबे समय बाद एक साथ दिखे |माइ नेम इज़ इज़ खान अबू धाबी में 10 फरबरी 2010 को सबसे पहले रिलीज़ हुई | यह अंतर्राष्ट्रीय रूप से 12 फरबरी को रिलीज़ हुई | इसकी रिलीज़ पर इस फिल्म ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए | ये फिल्म उस समय की सबसे कमाऊ फिल्म बन गयी | चार सप्ताह में इस फिल्म ने 70 करोड़ का आकड़ा पर कर दिया और 2010 की पहली फिल्म बन गयी जिसे 70 करोड़ से ज्यादा की कमाई की | इस समय मई नेम इज़ खान 200 करोड़ रूपये के साथ बॉलीवुड की 10वी सबसे ज्यादा कमाने वाली फिल्म है|ब्लू रे डी.वी.डी.
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यश चोपड़ा
यश चोपड़ा (अंग्रेजी: Yash Chopra जन्म: 27 सितम्बर 1932 – मृत्यु: 21 अक्टूबर 2012) हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध निर्देशक थे। बाद में उन्होंने कुछ अच्छी फिल्मों का निर्माण भी किया। उन्होंने अपने भाई बी० आर० चोपड़ा और आई० एस० जौहर के साथ बतौर सहायक निर्देशक फिल्म जगत में प्रवेश किया। 1959 में उन्होंने अपनी पहली फिल्म धूल का फूल बनायी थी। उसके बाद 1961 में धर्मपुत्र आयी। 1965 में बनी फिल्म वक़्त से उन्हें अपार शोहरत हासिल हुई। उन्हें फिल्म निर्माण के क्षेत्र में कई पुरस्कार व सम्मान प्राप्त हुए। बालीवुड जगत से फिल्म फेयर पुरस्कार, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के अतिरिक्त भारत सरकार ने उन्हें 2005 में भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया। .
करण जौहर और यश चोपड़ा · यश चोपड़ा और शाहरुख़ ख़ान ·
आदित्य चोपड़ा
आदित्य चोपड़ा हिन्दी फ़िल्मों के एक निर्देशक हैं। .
आदित्य चोपड़ा और करण जौहर · आदित्य चोपड़ा और शाहरुख़ ख़ान ·
कभी खुशी कभी ग़म
कभी खुशी कभी ग़म... 2001 की हिन्दी भाषा की पारिवारिक नाटक फिल्म है। यह करण जौहर द्वारा लिखित और निर्देशित है और इसका निर्माण यश जौहर ने किया। फिल्म में अमिताभ बच्चन, जया बच्चन, शाहरुख खान, काजोल, ऋतिक रोशन और करीना कपूर प्रमुख भूमिका निभाते हैं जबकि रानी मुखर्जी विस्तारित विशेष उपस्थिति में दिखीं हैं। यह घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख व्यावसायिक सफलता के रूप में उभरी। भारत के बाहर, यह फिल्म सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म थी, जब तक कि करण की अगली फिल्म कभी अलविदा ना कहना (2006) द्वारा यह रिकॉर्ड तोड़ा नहीं गया था। इसने अगले वर्ष लोकप्रिय पुरस्कार समारोहों में कई पुरस्कार जीते, जिसमें पांच फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार भी शामिल थे। .
कभी खुशी कभी ग़म और करण जौहर · कभी खुशी कभी ग़म और शाहरुख़ ख़ान ·
कभी अलविदा ना कहना
कभी अलविदा ना कहना 2006 में बनी हिन्दी भाषा की नाटकीय प्रेमकहानी फ़िल्म है। इसका निर्देशन करण जौहर ने किया और धर्मा प्रोडक्शन्स बैनर के तहत इसे निर्मित किया गया। इसमें प्रमुख भूमिकाओं में शाहरुख खान, रानी मुखर्जी, अभिषेक बच्चन और प्रीति जिंटा हैं जबकि सहायक भूमिका को अमिताभ बच्चन और किरन खेर द्वारा निभाया गया है। कहानी अधिकतर न्यूयॉर्क शहर में गुजरती है और व्यभिचार के विषयों की पड़ताल करती है। यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विशेष रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका में सफलता थी। यह रिलीज के समय विदेशों में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म बन गई। .
कभी अलविदा ना कहना और करण जौहर · कभी अलविदा ना कहना और शाहरुख़ ख़ान ·
कुछ कुछ होता है
कुछ कुछ होता है 1998 की हिन्दी भाषा की हास्य प्रेमकहानी फ़िल्म फिल्म है। इसे करण जौहर ने लिखा और निर्देशित किया और लोकप्रिय ऑन-स्क्रीन जोड़ी शाहरुख खान और काजोल ने अपनी चौथी फिल्म में एक साथ अभिनय किया। रानी मुखर्जी ने सहायक भूमिका निभाई, जबकि सलमान खान की एक विस्तारित विशेष उपस्थिति भी थी। इस फिल्म से सना सईद जिन्होंने सहायक भूमिका निभाई, अपनी फिल्म करियर की शुरुआत की। यह करण जौहर की निर्देशन शुरुआत थी। फिल्म भारत और विदेशों में सफल रही और साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म बन गई। साथ ही यह हम आपके हैं कौन और दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे के बाद सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म बनी। भारत के बाहर, यह फिल्म कभी खुशी कभी ग़म द्वारा रिकॉर्ड तोड़े जाने से पहले सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फ़िल्म थी। कुछ कुछ होता है को आलोचकों से सकारात्मक समीक्षा मिली। विशेष प्रशंसा काजोल के प्रदर्शन को मिली। साउंडट्रैक भी साल का सबसे बड़ा विक्रेता बन गया। फिल्म ने फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार, ज़ी सिने पुरस्कार और स्टार स्क्रीन पुरस्कार में "सर्वश्रेष्ठ फिल्म" पुरस्कार जीता। .
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करण जौहर और शाहरुख़ ख़ान के बीच तुलना
करण जौहर 16 संबंध है और शाहरुख़ ख़ान 101 है। वे आम 7 में है, समानता सूचकांक 5.98% है = 7 / (16 + 101)।
संदर्भ
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