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एकांत के सौ वर्ष और जादुई यथार्थवाद

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

एकांत के सौ वर्ष और जादुई यथार्थवाद के बीच अंतर

एकांत के सौ वर्ष vs. जादुई यथार्थवाद

हंगरी में "एकान् त के सौ वर्ष" की एक नाटकीय प्रस्तुति में अभिनेत्री दानिस लीदिया एकांत के सौ वर्ष (स्पेनी: Cien años de soledad, सियेन अन्योस दे सोलेदाद) गेब्रियल गार्सिया मार्ख़ेस द्वारा लिखित एक उपन्यास है जो एक काल्पनिक बुएन्दीआ (Buendía) नामक परिवार की कई पीढ़ियों की दास्तान है। कहानी का घटनास्थल दक्षिण अमेरिका के कोलम्बिया देश में ओरिनोको नदी के किनारे स्थित माकोन्दो (Macondo) नाम का शहर है जिसे बुएन्दीआ परिवार का पितामह, जोज़ आर्कादियो बुएन्दीआ (Jose Arcadio Buendía) स्थापित करता है। यह उपन्यास सन् १९६७ में छपा था और मार्ख़ेस की सबसे श्रेष्ठ रचना मानी जाती है। इसकी २ करोड़ से अधिक प्रतियाँ बिक चुकी हैं और ३७ भाषाओँ में अनुवाद किया जा चुका है। इस उपन्यास में जादुई यथार्थवाद शैली का प्रयोग किया गया है, जिसने अपने प्रकाशन के पश्चात लातिन अमेरिकी साहित्य की तरफ दुनिया का ध्यान आकर्षित किया। एक ओर तो कहानी बिलकुल सत्य लगनी वाली घटनाओं पर आधारित है लेकिन बीच-बीच में जादूई चीज़ें भी घटती रहती हैं। यह सत्य और जादू का मिश्रण १९६० और १९७० के दशकों में दक्षिण अमेरिका से आने वाले बहुत से उपन्यासों में देखा गया था। . जादुई यथार्थवाद सौंदर्य या फिक्शन की एक शैली है जिस में असली दुनिया के साथ जादुई तत्वों का मिश्रण होता है। हालाँकि यह सबसे अधिक एक साहित्यिक शैली के रूप में प्रयोग किया जाता है, जादुई यथार्थवाद फिल्म और दृश्य कला के लिए भी लागू होता है। .

एकांत के सौ वर्ष और जादुई यथार्थवाद के बीच समानता

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संदर्भ

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