ए के एंटोनी और पंद्रहवीं लोकसभा का मंत्रिमंडल के बीच समानता
ए के एंटोनी और पंद्रहवीं लोकसभा का मंत्रिमंडल आम में 3 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): पंद्रहवीं लोकसभा, प्रधानमन्त्री कार्यालय (भारत), रक्षा मंत्रालय (भारत)।
पंद्रहवीं लोकसभा
पंद्रहवीं लोकसभा के मंत्री मंडल सहित २२ मई, २००९ की शाम राष्ट्रपति भवन के अशोक हॉल में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति प्रतिभा देवीसिंह पाटिल ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। जवाहर लाल नेहरू के बाद मनमोहन सिंह पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो पाँच साल का पहला कार्यकाल पूरा करने के बाद फिर प्रधानमंत्री बने हैं। अप्रैल-मई २००९ में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव २००९ में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) को 250 से ज़्यादा सीटें मिली थीं। मनमोहन सिंह के बाद प्रणब मुखर्जी, शरद पवार, ए के एंटनी और पी चिदंबरम ने शपथ ली। प्रधानमंत्री कार्यालय ने पहले ही एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके बता दिया था कि प्रधानमंत्री के साथ 19 मंत्रियों को शपथ ग्रहण कराई जाएगी। जिन नामों की मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है उनमें प्रणब मुखर्जी, पी चिदंबरम, एके एंटनी, कपिल सिब्बल, कमलनाथ, शरद पवार, ममता बनर्जी के नाम प्रमुखता से शामिल हैं। उत्तर प्रदेश से कांग्रेस के 21 सांसद चुनकर आए हैं मगर उनमें से किसी का भी नाम इस सूची में नहीं है। शेष मंत्रिमंडल के विस्तार के लिए 26 मई की तारीख बताई गई है। प्रधानमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार अगले विस्तार में अन्य कैबिनेट मंत्रियों के साथ ही राज्य मंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) और अन्य राज्य मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। .
ए के एंटोनी और पंद्रहवीं लोकसभा · पंद्रहवीं लोकसभा और पंद्रहवीं लोकसभा का मंत्रिमंडल ·
प्रधानमन्त्री कार्यालय (भारत)
भारत के प्रधानमंत्री का कार्यालय (पी एम ओ) से आशय भारत के प्रधानमंत्री के सीधे नीचे आने वाले नजदीकी अधिकारियों और कर्मचारियों के समूह से है। प्रमुख सचिव इसके सर्वोच्च अधिकारी हैं। सम्प्रति नृपेन्द्र मिश्र प्रधान सचिव हैं। १९७७ तक 'प्रधानमंत्री कार्यालय' को 'प्रधानमन्त्री सचिवालय' कहा जाता था जिसे मोरारजी देसाई के प्रधानमंत्रित्वकाल में बदलकर 'प्रधानमन्त्री कार्यालय' कर दिया गया। प्रधानमन्त्री कार्यालय, भारत सरकार का एक भाग है। यह सचिवालय के दक्षिणी ब्लॉक में स्थित है। .
ए के एंटोनी और प्रधानमन्त्री कार्यालय (भारत) · पंद्रहवीं लोकसभा का मंत्रिमंडल और प्रधानमन्त्री कार्यालय (भारत) ·
रक्षा मंत्रालय (भारत)
रक्षा मंत्रालय का प्रमुख कार्य है रक्षा और सुरक्षा संबंधी मामलों पर नीति निर्देश बनाना और उनके कार्यान्वयन के लिए उन्हें सुरक्षा बलों के मुख्यालयों, अंतर सेना संगठनों, रक्षा उत्पाद प्रतिष्ठानों और अनुसंधान व विकास संगठनों तक पहुंचाना। सरकार के नीति निर्देशों को प्रभावी ढंग से तथा आवंटित संसाधनों को ध्यान में रखकर उन्हें कार्यान्वित करना भी उसका काम है। रक्षा मंत्रालय चार विभागों का मिला जुला रूप है। इसमें रक्षा विभाग (डीओडी), रक्षा उत्पाद विभाग (डीडीपी), रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग (डीडीआर एंड डी) और पूर्व सैनिकों के कल्याण और वित्त प्रभाग के विभाग शामिल हैं। .
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संदर्भ
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