ऊर्जा और कोशिकीय श्वसन के बीच समानता
ऊर्जा और कोशिकीय श्वसन आम में 6 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): प्रकाश, रासायनिक ऊर्जा, स्थितिज ऊर्जा, सूर्य, गतिज ऊर्जा, कैलोरी।
प्रकाश
सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित एक मेघ प्रकाश एक विद्युतचुम्बकीय विकिरण है, जिसकी तरंगदैर्ध्य दृश्य सीमा के भीतर होती है। तकनीकी या वैज्ञानिक संदर्भ में किसी भी तरंगदैर्घ्य के विकिरण को प्रकाश कहते हैं। प्रकाश का मूल कण फ़ोटान होता है। प्रकाश की तीन प्रमुख विमायें निम्नवत है।.
ऊर्जा और प्रकाश · कोशिकीय श्वसन और प्रकाश ·
रासायनिक ऊर्जा
रासायनिक ऊर्जा एक प्रकार की ऊर्जा है। ऊर्जा का यह रूप पदार्थों के मध्य संचित रहता है। यह अणुओं के मध्य परमाणु के स्थिति के कारण तथा विभिन्न छोटे कणों के आपसी स्थिति के कारण उत्पन्न होता है। यदि किसी तंत्र में रासायनिक ऊर्जा का परिमाण घट जाता है तो इसका अर्थ है कि उसमें होने वाली रासायनिक प्रतिक्रिया से कुछ रासायनिक उर्जा आस-पास के वातारण में उष्मा के रूप में मुक्त हुई है। यदि किसी तंत्र में रासायनिक ऊर्जा का परिमाण बढ़ जाता है तो इसका अर्थ है कि उसमें होने वाली रासायनिक प्रतिक्रिया में कुछ रासायनिक उर्जा आस-पास के वातारण से उष्मा के रूप में अवशोषित हुई है। प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया में प्रकाश ऊर्जा का रासायनिक ऊर्जा में रूपान्तरण होता है। श्रेणी:ऊर्जा.
ऊर्जा और रासायनिक ऊर्जा · कोशिकीय श्वसन और रासायनिक ऊर्जा ·
स्थितिज ऊर्जा
रोलर कोस्टर में जब गाड़ी सबसे ऊँचाई पर रहती है तो उसकी स्थितिज ऊर्जा भी सर्वाधिक होती है तथा जब वो सबसे नीचे आती है तो उसमें गतिज ऊर्जा सर्वाधिक होती है। अर्थात स्थितिज ऊर्जा .
ऊर्जा और स्थितिज ऊर्जा · कोशिकीय श्वसन और स्थितिज ऊर्जा ·
सूर्य
सूर्य अथवा सूरज सौरमंडल के केन्द्र में स्थित एक तारा जिसके चारों तरफ पृथ्वी और सौरमंडल के अन्य अवयव घूमते हैं। सूर्य हमारे सौर मंडल का सबसे बड़ा पिंड है और उसका व्यास लगभग १३ लाख ९० हज़ार किलोमीटर है जो पृथ्वी से लगभग १०९ गुना अधिक है। ऊर्जा का यह शक्तिशाली भंडार मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम गैसों का एक विशाल गोला है। परमाणु विलय की प्रक्रिया द्वारा सूर्य अपने केंद्र में ऊर्जा पैदा करता है। सूर्य से निकली ऊर्जा का छोटा सा भाग ही पृथ्वी पर पहुँचता है जिसमें से १५ प्रतिशत अंतरिक्ष में परावर्तित हो जाता है, ३० प्रतिशत पानी को भाप बनाने में काम आता है और बहुत सी ऊर्जा पेड़-पौधे समुद्र सोख लेते हैं। इसकी मजबूत गुरुत्वाकर्षण शक्ति विभिन्न कक्षाओं में घूमते हुए पृथ्वी और अन्य ग्रहों को इसकी तरफ खींच कर रखती है। सूर्य से पृथ्वी की औसत दूरी लगभग १४,९६,००,००० किलोमीटर या ९,२९,६०,००० मील है तथा सूर्य से पृथ्वी पर प्रकाश को आने में ८.३ मिनट का समय लगता है। इसी प्रकाशीय ऊर्जा से प्रकाश-संश्लेषण नामक एक महत्वपूर्ण जैव-रासायनिक अभिक्रिया होती है जो पृथ्वी पर जीवन का आधार है। यह पृथ्वी के जलवायु और मौसम को प्रभावित करता है। सूर्य की सतह का निर्माण हाइड्रोजन, हिलियम, लोहा, निकेल, ऑक्सीजन, सिलिकन, सल्फर, मैग्निसियम, कार्बन, नियोन, कैल्सियम, क्रोमियम तत्वों से हुआ है। इनमें से हाइड्रोजन सूर्य के सतह की मात्रा का ७४ % तथा हिलियम २४ % है। इस जलते हुए गैसीय पिंड को दूरदर्शी यंत्र से देखने पर इसकी सतह पर छोटे-बड़े धब्बे दिखलाई पड़ते हैं। इन्हें सौर कलंक कहा जाता है। ये कलंक अपने स्थान से सरकते हुए दिखाई पड़ते हैं। इससे वैज्ञानिकों ने निष्कर्ष निकाला है कि सूर्य पूरब से पश्चिम की ओर २७ दिनों में अपने अक्ष पर एक परिक्रमा करता है। जिस प्रकार पृथ्वी और अन्य ग्रह सूरज की परिक्रमा करते हैं उसी प्रकार सूरज भी आकाश गंगा के केन्द्र की परिक्रमा करता है। इसको परिक्रमा करनें में २२ से २५ करोड़ वर्ष लगते हैं, इसे एक निहारिका वर्ष भी कहते हैं। इसके परिक्रमा करने की गति २५१ किलोमीटर प्रति सेकेंड है। Barnhart, Robert K. (1995) The Barnhart Concise Dictionary of Etymology, page 776.
ऊर्जा और सूर्य · कोशिकीय श्वसन और सूर्य ·
गतिज ऊर्जा
गतिज ऊर्जा (Kinetic Energy) किसी पिण्ड की वह अतिरिक्त ऊर्जा है जो उसके रेखीय वेग अथवा कोणीय वेग अथवा दोनो के कारण होती है। इसका मान उस पिण्ड को विरामावस्था से उस वेग तक त्वरित करने में किये गये कार्य के बराबर होती है। यदि किसी पिण्ड की गतिज ऊर्जा E हो तो उसे विरामावस्था में लाने के लिये E के बराबर ऋणात्मक कार्य करना पड़ेगा। गतिज ऊर्जा (रेखीय गति) .
ऊर्जा और गतिज ऊर्जा · कोशिकीय श्वसन और गतिज ऊर्जा ·
कैलोरी
कैलोरी (Calorie) ऊर्जा की इकाई है। यह मापन की मीटरी पद्धति का अंग है और इसके संगत एस आई प्रणाली में अब जूल का प्रयोग किया जाता है किन्तु भोजन में निहित ऊर्जा तथा कुछ अन्य उपयोगों में अब भी कैलोरी का ही प्रयोग किया जाता है। १००० कैलोरी को १ किलोकैलोरी कहते हैं। सबसे पहले प्रोफेसर निकोलस क्लीमेण्ट ने १८२४ में कैलोरी को ऊर्जा की इकाई के रूप में परिभाषित किया। १८४२ और १८६७ के मध्य इस शब्द को अंग्रेजी एवं फ्रेंच शब्दकोशों में सम्मिलित किया गया। १ ग्राम जल का ताप १ डिग्री सेल्सियस बढ़ाने के लिये १ कैलोरी ऊष्मा की आवश्यकता होती है। १ कैलरी लगभग ४.२ जूल के बराबर होती है। .
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या ऊर्जा और कोशिकीय श्वसन लगती में
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- ऊर्जा और कोशिकीय श्वसन के बीच समानता
ऊर्जा और कोशिकीय श्वसन के बीच तुलना
ऊर्जा 52 संबंध है और कोशिकीय श्वसन 62 है। वे आम 6 में है, समानता सूचकांक 5.26% है = 6 / (52 + 62)।
संदर्भ
यह लेख ऊर्जा और कोशिकीय श्वसन के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: