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उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण और हिन्दी व्याकरण का इतिहास

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण और हिन्दी व्याकरण का इतिहास के बीच अंतर

उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण vs. हिन्दी व्याकरण का इतिहास

उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण दामोदर पंडित द्वारा रचित हिंदी व्याकरण का पहला ग्रंथ है। हिन्दी व्याकरण के इतिहास में इसका महत्त्वपूर्ण स्थान है। इसका रचना काल १२वीं शती का पूर्वार्द्ध माना जाता है। प्राचीनतम हिन्दी-व्याकरण सत्रहवीं शताब्दी का है, जबकि साहित्य का आदिकाल लगभग दशवीं-ग्यारहवीं शताब्दी से माना जाता है। ऐसी स्थिति में हिन्दी भाषा के क्रमिक विकास एवं इतिहास के विचार से बारहवीं शती के प्रारम्भ में बनारस के दामोदर पंडित द्वारा रचित द्विभाषिक ग्रंथ 'उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण'6 का विशेष महत्त्व है। यह ग्रंथ हिन्दी की पुरानी कोशली या अवधी बोली बोलने वालों के लिए संस्कृत सिखाने वाला एक मैनुअल है, जिसमें पुरानी अवधी के व्याकरणिक रूपों के समानान्तर संस्कृत रूपों के साथ पुरानी कोशली एवं संस्कृत दोनों में उदाहरणात्मक वाक्य दिये गये हैं। उदाहरणस्वरूपः-. उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण हिन्दी भाषा का व्याकरण लिखने के प्रयास काफी पहले आरम्भ हो चुके थे। अद्यतन जानकारी के अनुसार हिन्दी व्याकरण का सबसे पुराना ग्रंथ बनारस के दामोदर पण्डित द्वारा रचित द्विभाषिक ग्रंथ उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण सिद्ध होता है। यह बारहवीं शताब्दी का है। यह समय हिंदी का क्रमिक विकास इसी समय से प्रारंभ हुआ माना जाता है। इस ग्रंथ में हिन्दी की पुरानी कोशली या अवधी बोली बोलने वालों के लिए संस्कृत सिखाने वाला एक मैनुअल है, जिसमें पुरानी अवधी के व्याकरणिक रूपों के समानान्तर संस्कृत रूपों के साथ पुरानी कोशली एवं संस्कृत दोनों में उदाहरणात्मक वाक्य दिये गये हैं। 'कोशली' का लोक प्रचलित नाम वर्तमान में 'अवधी' या 'पूर्वीया हिन्दी' है। १६७५ई.

उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण और हिन्दी व्याकरण का इतिहास के बीच समानता

उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण और हिन्दी व्याकरण का इतिहास आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): दामोदर पंडित

दामोदर पंडित

दामोदर पण्डित हिन्दी के प्रथम वैयाकरण थे। उनके द्वारा रचित उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण हिंदी-व्याकरण का पहला ग्रंथ है। इसका रचना काल १२वीं शती का पूर्वार्द्ध माना जाता है। दामोदर पण्डित बनारस के निवासी थे। श्रेणी:हिन्दी श्रेणी:वैयाकरण.

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उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण और हिन्दी व्याकरण का इतिहास के बीच तुलना

उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण 2 संबंध है और हिन्दी व्याकरण का इतिहास 19 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 4.76% है = 1 / (2 + 19)।

संदर्भ

यह लेख उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण और हिन्दी व्याकरण का इतिहास के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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