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ईस्ट इण्डिया कम्पनी और ब्रिटिशकालीन भारतीय सिक्के

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

ईस्ट इण्डिया कम्पनी और ब्रिटिशकालीन भारतीय सिक्के के बीच अंतर

ईस्ट इण्डिया कम्पनी vs. ब्रिटिशकालीन भारतीय सिक्के

लन्दन स्थित ईस्ट इण्डिया कम्पनी का मुख्यालय (थॉमस माल्टन द्वारा चित्रित, १८०० ई) ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना ३१ दिसम्बर १६०० ईस्वी में हुई थी। इसे यदाकदा जॉन कंपनी के नाम से भी जाना जाता था। इसे ब्रिटेन की महारानी ने भारत के साथ व्यापार करने के लिये २१ सालो तक की छूट दे दी। बाद में कम्पनी ने भारत के लगभग सभी क्षेत्रों पर अपना सैनिक तथा प्रशासनिक अधिपत्य जमा लिया। १८५८ में इसका विलय हो गया। . ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने सूरत में सन् १६१२ में आरम्भिक निवास बनाया और सत्रहवीं शदी के मध्य से सिक्के बनाना आरम्भ किया। आरम्भिक यूरोपीय सिक्के उनके न्यायाधिकारक्षेत्र के बाहर प्रचलित नहीं थे। सन् १७१७ में अंग्रेजों ने मुगल सम्राट के नाम पर अपना खुद का रुपया छापने का अधिकार प्राप्त कर लिया। .

ईस्ट इण्डिया कम्पनी और ब्रिटिशकालीन भारतीय सिक्के के बीच समानता

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संदर्भ

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