लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
डाउनलोड
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

इलेक्ट्रॉनिक इंजिनीयरी का इतिहास और एलेक्ट्रॉन नलिका

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

इलेक्ट्रॉनिक इंजिनीयरी का इतिहास और एलेक्ट्रॉन नलिका के बीच अंतर

इलेक्ट्रॉनिक इंजिनीयरी का इतिहास vs. एलेक्ट्रॉन नलिका

इलेक्ट्रॉनिकी का आधुनिक रूप रेडियो एवं दूरदर्शन के विकास के रूप में सामने आया। साथ ही द्वितीय विश्व युद्ध में प्रयुक्त रक्षा उपकरणों एवं रक्षा-तन्त्रों से भी इसका महत्व उभरकर सामने आया। किन्तु इलेक्ट्रॉनिकी की नीव बहुत पहले ही रखी जा चुकी थी। इलेक्ट्रॉनिकी के विकास की मुख्य घटनायें एवं चरण संक्षेप में इस प्रकार हैं. एलेक्ट्रॉन नलिका (Electron tube) काँच या अन्य पदार्थ का नली से मिलता-जुलता संरचना है। इसमें एक एलेक्ट्रॉन का कोई स्रोत होता है जिससे निकलकर एलेक्ट्रॉन दूसरे प्लेट पर जाते हैं। इन एलेक्ट्रॉनों की संख्या, इनके वेग, इनकी उर्जा आदि को तरह-तरह से नियंत्रित किया जाता है। इस प्रकार बहुत सी युक्तियाँ एलेक्ट्रॉन नलिका का प्रयोग करके बनती हैं। उदाहरण के लिये, टेलिविजन मॉनिटर, कैथोड-किरण नलिका, निर्वात डायोड, ट्रायोड, थाइरेट्रॉन, मैग्नेट्रॉन, क्लाइस्ट्रॉन आदि। कुछ प्रकार की नलियों का उपयोग रेडियो-आवृत्ति-शक्ति (रेडियो फ्ऱीक्वेंसी पावर) उतपन्न करने में किया जाता है जिसका उपयोग रेडियो संग्राही (रिसीवर) तथा रेडियो प्रेषी (ट्रैंसमिटर) में किया जाता है। इन नलियों का उपयोग क्षीण संकेतों के प्रवर्धन (ऐंप्लिफ़िकेशन), ऋजुकरण (रेक्टिफ़िकेशन) तथा परिचयप्राप्तकरण (डिटेक्शन) में होता है। यह कहा जा सकता है कि साधारण इलेक्ट्रान नली की खोज ने ही रेडियो टेलीफोन, ध्वनिचित्र (बोलता सिनेमा), दूरवीक्षण (टेलिविज्हन), रेडियो आदि को जन्म दिया है। .

इलेक्ट्रॉनिक इंजिनीयरी का इतिहास और एलेक्ट्रॉन नलिका के बीच समानता

इलेक्ट्रॉनिक इंजिनीयरी का इतिहास और एलेक्ट्रॉन नलिका आम में 3 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): ट्रायोड, डायोड, प्रवर्धक

ट्रायोड

ट्रायोड (triode) या त्रिअग्र / त्रयाग्र, एक इलेक्ट्रोनिक प्रवर्धक निर्वात नली होती है जिसके तीन विद्युदाग्र होते हैं। श्रेणी:निर्वात नली.

इलेक्ट्रॉनिक इंजिनीयरी का इतिहास और ट्रायोड · एलेक्ट्रॉन नलिका और ट्रायोड · और देखें »

डायोड

निर्वात नलिका डायोड का योजनामूलक चित्र डायोड आकार-प्रकार में भिन्न दिख सकते हैं। यहाँ चार डायोड दिखाये गये हैं जो सभी अर्धचालक डायोड हैं। सबसे नीचे वाला एक ब्रिज-रेक्टिफायर है जो चार डायोडों से बना होता है। डायोड (diode) या द्विअग्र / द्वयाग्र एक वैद्युत युक्ति है। अधिकांशत: डायोड दो सिरों (अग्र) वाले होते हैं किन्तु ताप-आयनिक डायोड में दो अतिरिक्त सिरे भी होते हैं जिनसे हीटर जुड़ा होता है। डायोड कई तरह के होते हैं किन्तु इन सबकी प्रमुख विशेषता यह है कि यह एक दिशा में धारा को बहुत कम प्रतिरोध के बहने देते हैं जबकि दूसरी दिशा में धारा के विरुद्ध बहुत प्रतिरोध लगाते हैं। इनकी इसी विशेषता के कारण ये अन्य कार्यों के अलावा प्रत्यावर्ती धारा को दिष्ट धारा के रूप में बदलने के लिये दिष्टकारी परिपथों में प्रयोग किये जाते हैं। आजकल के परिपथों में अर्धचालक डायोड, अन्य डायोडों की तुलना में बहुत अधिक प्रयोग किये जाते हैं। .

इलेक्ट्रॉनिक इंजिनीयरी का इतिहास और डायोड · एलेक्ट्रॉन नलिका और डायोड · और देखें »

प्रवर्धक

एक सामान्य प्रवर्धक बक्सा जिसमें इनपुट और आउटपुट के लिए बाहर पिन दिए होते हैं। प्रवर्धक और रिपीटर जो संकेत की शक्ति को बढ़ाकर उन्हें 'उपयोग के लायक' बनाते हैं। प्रवर्धक या एम्प्लिफायर (amplifier) ऐसी युक्ति है जो किसी विद्युत संकेत का मान (अम्प्लीच्यूड) बदल दे (प्रायः संकेत का मान बड़ा करने की आवश्यकता अधिक पड़ती है।) विद्युत संकेत विभवान्तर (वोल्टेज) या धारा (करेंट) के रूप में हो सकते है। आजकल सामान्य प्रचलन में प्रवर्धक से आशय किसी 'इलेक्ट्रॉनिक प्रवर्धक' से ही होता है। .

इलेक्ट्रॉनिक इंजिनीयरी का इतिहास और प्रवर्धक · एलेक्ट्रॉन नलिका और प्रवर्धक · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

इलेक्ट्रॉनिक इंजिनीयरी का इतिहास और एलेक्ट्रॉन नलिका के बीच तुलना

इलेक्ट्रॉनिक इंजिनीयरी का इतिहास 14 संबंध है और एलेक्ट्रॉन नलिका 10 है। वे आम 3 में है, समानता सूचकांक 12.50% है = 3 / (14 + 10)।

संदर्भ

यह लेख इलेक्ट्रॉनिक इंजिनीयरी का इतिहास और एलेक्ट्रॉन नलिका के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »