इंडियन टेलीफोन इंडस्ट्रीज और वैश्विक मोबाइल संचार प्रणाली
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इंडियन टेलीफोन इंडस्ट्रीज और वैश्विक मोबाइल संचार प्रणाली के बीच अंतर
इंडियन टेलीफोन इंडस्ट्रीज vs. वैश्विक मोबाइल संचार प्रणाली
इंडियन टेलीफोन इंडस्ट्रीज भारत सरकार की एक इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद निर्माणी कंपनी है। भारत की प्रथम सार्वजनिक उद्यम ईकाई (पीएसयू) आईटीआई लिमिटेड १९४८ में स्थापित हुई। इसके पश्चात् दूरसंचार के क्षेत्र में इस प्रथम उद्यम कम्पनी ने वर्तमान राष्ट्रीय टेलकॉम नेटवर्क को ५० प्रतिशत का योगदान दिया है। यह बृहद विनिर्माण सुविधाओं सहित ६ स्थानों पर फैला हुआ है तथा देशभर में विभिन्न मार्केटिंग नेटवर्क है। कम्पनी, टेलीकॉम उत्पादों की पूर्ण रेंज और संपूर्ण स्वीचिंग, ट्रांसमिशन, एक्सेस और सबस्क्राइबर प्रिमसस उपकरण सहित संपूर्ण समाधान उपलब्ध कराती है। आई.टी.आई, २००५-२००६ में मनकापुर और रायबरेली प्लांट में मोबाइल उपकरण विनिर्माण सुविधाओं को प्रारम्भ करते हुए जीएसएम तकनीकी के विश्वस्तरीय विक्रय संघ में शामिल हुई। यह देश में देसी मोबाइल उपकरण उत्पादन के क्षेत्र को खोलने के लिए तत्पर हैं। ये दोनों सुविधाएं घरेलू के साथ-साथ निर्यात् बाजार में भी नौ मिलयन लाइनों की आपूर्ति करेंगी। . GSM के प्रतीक का प्रयोग सुसंगत हैंडसेट और उपकरणों की पहचान के लिए किया जाता है 2008 में GSM की विश्व में व्याप्ति GSM (मोबाइल संचार के लिए ग्लोबल सिस्टम: मूलतः ग्रुप स्पेशल मोबाइल से) विश्व में मोबाइल फ़ोन के लिए सबसे लोकप्रिय मानक है। इसके प्रवर्तक GSM एसोसिएशन का अनुमान है कि दुनिया के 80% मोबाइल बाजार इस मानक का उपयोग करते है। GSM का प्रयोग 212 से अधिक देशों और प्रदेशों में करीब 3 अरब से ज़्यादा लोगों द्वारा किया जाता है। इसकी सर्वव्यापकता ने मोबाइल फ़ोन ऑपरेटरों के बीच अंतर्राष्ट्रीय रोमिंग को काफी सामान्य बना दिया है, जिससे उपभोक्ता अपने मोबाइल को विश्व के कई हिस्सों में उपयोग करने में सक्षम हो जाते है। GSM अपने पूर्ववर्तियों से इस आशय में भिन्न है कि इसमें संकेत और संवाद चैनल डिजिटल हैं और इसलिए इसे दूसरी पीढ़ी (2G) का मोबाइल फ़ोन प्रणाली माना जाता है। इससे यह भी तात्पर्य निकलता है कि इस प्रणाली में डाटा संचार का निर्माण आसान है। GSM मानक की सर्वव्यापकता उपभोक्ताओं (जो रोमिंग और बिना अपना फ़ोन बदले वाहक बदलने की सुविधा से लाभान्वित होते हैं) और नेटवर्क ऑपरेटरों (जो GSM अमल में लाने वाले विभिन्न विक्रेताओं से उपकरण चुन सकते हैं) दोनों के लिए फ़ायदेमंद है। GSM ने एक कम लागत वाले (नेटवर्क वाहक के लिए) वाइस कॉल के विकल्प का लघु संदेश सेवा (SMS जिसे "टेक्स्ट मेसेजिंग" भी कहते है) प्रवर्तन किया है, जो अब अन्य मोबाइल मानकों पर भी समर्थित है। एक और लाभ यह है कि इस मानक में एक विश्वव्यापी आपातकालीन टेलीफोन नंबर, 112 शामिल है। इससे अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को काफ़ी सुविधा हो जाती है, जो स्थानीय आपातकालीन नंबर जाने बिना भी आपातकालीन सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। मानक के नए संस्करण, मूल GSM फ़ोन से पार्श्वगामी संगतता बनाए हुए हैं। उदाहरण के लिए, मानक के रिलीज'97 में जनरल पैकेट रेडियो सर्विस (GPRS) के माध्यम से पैकेट डाटा क्षमताओं को जोड़ा गया। रिलीज'99 ने GSM के विकास हेतु वर्धित डाटा दर (EDGE) के उपयोग द्वारा तीव्र गति से आंकडों के प्रसारण को उपलब्ध कराया.
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