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आलमपुर, महबूबनगर, तेलंगाना और स्कन्द पुराण

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

आलमपुर, महबूबनगर, तेलंगाना और स्कन्द पुराण के बीच अंतर

आलमपुर, महबूबनगर, तेलंगाना vs. स्कन्द पुराण

आलमपुर (तेलुगु:ఆలంపూర్) भारतीय राज्य तेलंगाना के जोगलबा गडवाल जिले का एक शहर है। यह एक धार्मिक महत्व का शहर है जो पवित्र मानी जाने वाली नदियों तुंगभद्रा और कृष्णा के संगम पर स्थित है और इसे दक्षिण काशी (जिसे नवब्रह्मेश्र्वर तीर्थ भी कहा जाता है) की संज्ञा दी जाती है तथा इसे प्रसिद्ध शैव तीर्थ श्रीसैलम का पश्चिमी द्वारा भी कहा जाता है। स्कंद पुराण में अलमपुर मंदिर की पवित्रता का उल्लेख किया गया है। आलमपुर में प्रमुख देवताओं में ब्रह्मेश्वर और जोगुलम्बा हैं। यह नलमाला पहाड़ियों से घिरा हुआ है। आलमपुर तुंगभद्रा नदी के बायें किनारे पर स्थित है। श्रेणी:महबूबनगर जिला. विभिन्न विषयों के विस्तृत विवेचन की दृष्टि से स्कन्दपुराण सबसे बड़ा पुराण है। भगवान स्कन्द के द्वारा कथित होने के कारण इसका नाम 'स्कन्दपुराण' है। इसमें बद्रिकाश्रम, अयोध्या, जगन्नाथपुरी, रामेश्वर, कन्याकुमारी, प्रभास, द्वारका, काशी, कांची आदि तीर्थों की महिमा; गंगा, नर्मदा, यमुना, सरस्वती आदि नदियों के उद्गम की मनोरथ कथाएँ; रामायण, भागवतादि ग्रन्थों का माहात्म्य, विभिन्न महीनों के व्रत-पर्व का माहात्म्य तथा शिवरात्रि, सत्यनारायण आदि व्रत-कथाएँ अत्यन्त रोचक शैली में प्रस्तुत की गयी हैं। विचित्र कथाओं के माध्यम से भौगोलिक ज्ञान तथा प्राचीन इतिहास की ललित प्रस्तुति इस पुराण की अपनी विशेषता है। आज भी इसमें वर्णित विभिन्न व्रत-त्योहारों के दर्शन भारत के घर-घर में किये जा सकते हैं। इसमें लौकिक और पारलौकिक ज्ञानके अनन्त उपदेश भरे हैं। इसमें धर्म, सदाचार, योग, ज्ञान तथा भक्ति के सुन्दर विवेचनके साथ अनेकों साधु-महात्माओं के सुन्दर चरित्र पिरोये गये हैं। आज भी इसमें वर्णित आचारों, पद्धतियोंके दर्शन हिन्दू समाज के घर-घरमें किये जा सकते हैं। इसके अतिरिक्त इसमें भगवान शिव की महिमा, सती-चरित्र, शिव-पार्वती-विवाह, कार्तिकेय-जन्म, तारकासुर-वध आदि का मनोहर वर्णन है। इस पुराण के माहेश्वरखण्ड के कौमारिकाखण्ड के अध्याय २३ में एक कन्या को दस पुत्रों के बराबर कहा गया है- यह खण्डात्मक और संहितात्मक दो स्वरूपों में उपलब्ध है। दोनों स्वरूपों में ८१-८१ हजार श्लोक परंपरागत रूप से माने गये हैं। खण्डात्मक स्कन्द पुराण में क्रमशः माहेश्वर, वैष्णव, ब्राह्म, काशी, अवन्ती (ताप्ती और रेवाखण्ड) नागर तथा प्रभास -- ये सात खण्ड हैं। संहितात्मक स्कन्दपुराण में सनत्कुमार, शंकर, ब्राह्म, सौर, वैष्णव और सूत -- छः संहिताएँ हैं। .

आलमपुर, महबूबनगर, तेलंगाना और स्कन्द पुराण के बीच समानता

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संदर्भ

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