आघात (स्वनविज्ञान) और प्राचीन मिस्र
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
आघात (स्वनविज्ञान) और प्राचीन मिस्र के बीच अंतर
आघात (स्वनविज्ञान) vs. प्राचीन मिस्र
बोलते समय किसी शब्द के किसी अक्षर (syllable) को या किसी शब्दसमूह (phrase) के किसी शब्द के उच्चारण को जो विशेष बल दिया जाता है, उसे आघात, बलाघात या स्वराघात (Accent) कहते हैं। शब्दों के उच्चारण में अक्षरों पर जो जोर (धक्का) लगता है, उसे आघात या बल कहते हैं। ध्वनि, कंपन की लहरों से बनती है। यह बल अथवा आघात (झटका) उन ध्वनिलहरों के छोटी-बड़ी होने पर निर्भर होता है। ‘मात्रा’ का उच्चारण काल के परिमाण से संबंधित रहता है और ‘आघात’ का स्वर-कंपन की छुटाई-बड़ाई के परिमाण से। इसी से फेफड़ों में से निःश्वास जितने बल से निकलता है, उसके अनुसार बल में अंतर पड़ता है। इस बल के उच्च-मध्य और नीच होने के अनुसार ही ध्वनि के तीन भेद किए जाते हैं सबल, समबल, निर्बल। जैसे, ‘कालिमा’ में मा तो सबल है, इसी पर धक्का लगता है और ‘का’ पर उससे कम और लि पर सबसे कम बल पड़ता है, अतः समबल और ‘लि’ निर्बल है। इसी प्रकार पत्थर में ‘पत्’, अंतःकरण में ‘अः’, चंदा में ‘चन्’ सबल अक्षर हैं। . गीज़ा के पिरामिड, प्राचीन मिस्र की सभ्यता के सबसे ज़्यादा पहचाने जाने वाले प्रतीकों में से एक हैं। प्राचीन मिस्र का मानचित्र, प्रमुख शहरों और राजवंशीय अवधि के स्थलों को दर्शाता हुआ। (करीब 3150 ईसा पूर्व से 30 ई.पू.) प्राचीन मिस्र, नील नदी के निचले हिस्से के किनारे केन्द्रित पूर्व उत्तरी अफ्रीका की एक प्राचीन सभ्यता थी, जो अब आधुनिक देश मिस्र है। यह सभ्यता 3150 ई.पू.
आघात (स्वनविज्ञान) और प्राचीन मिस्र के बीच समानता
आघात (स्वनविज्ञान) और प्राचीन मिस्र आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या आघात (स्वनविज्ञान) और प्राचीन मिस्र लगती में
- यह आम आघात (स्वनविज्ञान) और प्राचीन मिस्र में है क्या
- आघात (स्वनविज्ञान) और प्राचीन मिस्र के बीच समानता
आघात (स्वनविज्ञान) और प्राचीन मिस्र के बीच तुलना
आघात (स्वनविज्ञान) 3 संबंध है और प्राचीन मिस्र 111 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (3 + 111)।
संदर्भ
यह लेख आघात (स्वनविज्ञान) और प्राचीन मिस्र के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: