लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
इंस्टॉल करें
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

अफ़्गानिस्तान के युद्ध

सूची अफ़्गानिस्तान के युद्ध

अफगानिस्तान में पिछले 150 सालों में कई लड़ाईया लड़ी गईं हैं -.

6 संबंधों: तृतीय आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध, द्वितीय आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध, प्रथम आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध, अफ़ग़ानिस्तान में सोवियत युद्ध, अफ़ग़ानिस्तान में गृहयुद्ध, अफ़ग़ानिस्तान युद्ध (2001–वर्तमान)

तृतीय आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध

काबुल के स्वर्गीय राजा शाह शुजा उल मुल्क के महल की आंतरिक भाग। तृतीय आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध की परिणति अफ़ग़निस्तान की स्वतंत्रता मे हुई। 1917 की रूस की क्रांति के बाद रूस और ब्रिटेन साथी नही रहे। अफ़ग़ानो ने ब्रिटिश सेना पर अचानक हमला बोल दिया। हलांकि ब्रिटिशों ने हवाई आक्रमण का सहारा लिया और राजा तक के महल पर बमबारी की। इससे अफ़गानिस्तान की जनता में भारी रोष उत्पन्न हुआ। अंततः 1921 में अफ़ग़ानिस्तान स्वाधीन हो गया। .

नई!!: अफ़्गानिस्तान के युद्ध और तृतीय आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध · और देखें »

द्वितीय आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध

सर केवेग्नेरी तथा अमीर याक़ुब ख़ान गंदमक की संधि के दौरान अन्य लोगों के साथ यह 1878-1880 के बीच अफ़ग़ानिस्तान में ब्रिटेन द्वारा सैन्य आक्रमण को कहते हैं। 1841 में हुई संधि और उसके बाद ब्रिटिश (तथा भारतीय) सैनिकों के क़त्ल का बदला लेने और रूस द्वारा अफ़ग़निस्तान में पहुँच बढ़ाने की स्पर्धा में ये आक्रमण आफ़ग़ानिस्तान में तीन स्थानों से किया गया। युद्ध में तो ब्रिटिश-भारतीय सेना की जात हुई पर अपने लक्ष्य पूरा करने के बाद सैनिक ब्रिटिश भारत लौट गए। .

नई!!: अफ़्गानिस्तान के युद्ध और द्वितीय आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध · और देखें »

प्रथम आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध

एलिजाबेथ बटलर द्वारा बनाया गया चित्र जिसमें जनवरी १८४२ में जलालाबाद के अंग्रेज़ सैन्य अड्डे पर पहुँचने वाले एक मात्र ब्रिटिश विलियम ब्राइडन को दिखाया गया है। काबुल से वापसी की शुरुआत क़रीब १६५०० ब्रिटिश तथा भारतीय सैनिकों और कर्मचारियों ने की थी। प्रथम आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध जिसे प्रथम अफ़ग़ान युद्ध के नाम से भी जाना जाता है, 1839 से 1842 के बीच अफ़ग़ानिस्तान में अंग्रेजों और अफ़ग़ानिस्तान के सैनिकों के बीच लड़ा गया था। इसकी प्रमुख वजह अंग्रज़ों के रूसी साम्राज्य विस्तार की नीति से डर था। आरंभिक जीत के बाद अंग्रेज़ो को भारी क्षति हुई, बाद में सामग्री और सैनिकों के प्रवेश के बाद वे जीत तो गए पर टिक नहीं सके। .

नई!!: अफ़्गानिस्तान के युद्ध और प्रथम आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध · और देखें »

अफ़ग़ानिस्तान में सोवियत युद्ध

1979-1989 के बीच सोवियत सेना तथा मुज़ाहिदीन लड़ाकों के बीच लड़ा गया अफ़ग़निस्तानी गृहयुद्ध था। मुज़ाहिदीन, अफ़ग़निस्तान की साम्यवादी सरकार का तख्तापलट करना चाहते थे, जिसे सोवियत रूस का समर्थन प्राप्त था। मुज़ाहिदीन घुसपैठियों को अमेरिका तथा पाक़िस्तान का समर्थन प्राप्त था। 1989 में सोवियत सेनाओं की वापसी के साथ ही यह समाप्त हुआ। मुजाहिदीनों को पडोसी राष्ट्र पाकिस्तान और चीन में युद्ध का प्रशिक्षण दिया गया जिसके लिए सऊदीअरब, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम ने आर्थिक सहायता दी। एक दशक तक चले इस युद्ध ने लाखो अफगानियों को अपना राष्ट्र छोड़ पाकिस्तान और ईरान में शरण लेने पे मजबूर किया, जबकि लाखों की संख्या में अफगानी युद्ध में मरे गए। २४ दिसम्बर १९७९, ४०वी सोवियत आर्मी के अफगानिस्तान में हस्तक्षेप के साथ सोवियत नेता लियोनिद ब्रेज्ह्नेव के द्वारा शुरू किये गए इस अभियान का अंतिम चरण १५ मई १९८९ में सोवियत सेना की क्रमबद्ध वापसी से शुरू हुवा जिसको अंतिम रूप मिखाइल गोर्बाचेव के नेतृत्व वाली सरकार ने १५ फ़रवरी १९८९ दिया.

नई!!: अफ़्गानिस्तान के युद्ध और अफ़ग़ानिस्तान में सोवियत युद्ध · और देखें »

अफ़ग़ानिस्तान में गृहयुद्ध

अफ़ग़ानिस्तान में कई गृहयुद्ध हुए -.

नई!!: अफ़्गानिस्तान के युद्ध और अफ़ग़ानिस्तान में गृहयुद्ध · और देखें »

अफ़ग़ानिस्तान युद्ध (2001–वर्तमान)

अफ़ग़ानिस्तान युद्ध अफ़ग़ानिस्तानी चरमपंथी गुट तालिबान, अल कायदा और इनके सहायक संगठन एवं नाटो की सेना के बीच सन २००१ से चल रहा है। इस युद्ध का मकसद अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान सरकार को गिराकर वहाँ के इस्लामी चरमपंथियों को ख़त्म करना है। इस युद्ध कि शुरुआत २००१ में अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेण्टर पर हुए आतंकी हमले के बाद हुयी थी। हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज विलियम बुश ने तालिबान से अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन कि मांग की थी जिसे तालिबान ने यह कहकर ठुकरा दिया था कि पहले अमेरिका लादेन के इस हमले में शामिल होने के सबूत पेश करे जिसे बुश ने ठुकरा दिया और अफ़ग़ानिस्तान में ऐसे कट्टरपंथी गुटों के विर्रुध युद्ध का ऐलान कर दिया। कांग्रेस हॉल में बुश द्वारा दिए गए भाषण में बुश ने कहा कि यह युद्ध तब तक ख़त्म नहीं होगा जब तक पूरी तरह से अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान में से चरमपंथ ख़त्म नहीं हो जाता। इसी कारण से आज भी अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान में अमेरिकी सेना इन गुटों के खिलाफ जंग लड़ रही है।.

नई!!: अफ़्गानिस्तान के युद्ध और अफ़ग़ानिस्तान युद्ध (2001–वर्तमान) · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

अफ़ग़ानिस्तान के युद्ध

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »