लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

अनुराग कश्यप और गैंग्स ऑफ वासेपुर – भाग 2

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

अनुराग कश्यप और गैंग्स ऑफ वासेपुर – भाग 2 के बीच अंतर

अनुराग कश्यप vs. गैंग्स ऑफ वासेपुर – भाग 2

अनुराग सिंह कश्यप (जन्म 10 सितम्बर 1972) एक भारतीय फ़िल्म निर्देशक, निर्माता और पटकथा लेखक हैं। उनका जन्म उत्तर प्रदेश कें गोरखपुर जिले में हुआ और वह विभिन्न शहरों में पले-बढे। उन्होनें अपनी शिक्षा देह्ररादून और ग्वालियर में की और उनकी कुछ फिल्मों में इन शहरों की छाप देखने को मिलती हैं, विशेष रूप से गैग्स ऑफ वासेपुर, जहाँ उन्होनें उस घर का प्रयोग किया जहाँ वह पले-बढे। फिल्में देखने का शौक उनहें बचपन से ही था, पर यह स्कूली शिक्षा के के द्वारान छूट गाया। यह शौक दोबरा कॉलेज में जागृत हुआ। यहाँ एक थिएटर टोली से संगठित होकर जब वह एक अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में उपस्थित हुए तो उनमें फिल्मे' बनाने की चेतान जागी। यहीँ से उनकी कैरियर की शुरुआत हुई। टेलीविजन सीरियल के लिए लिखने के बाद, अनुराग को रामगोपाल वर्मा के अपराध नाटक फिल्म सत्या में सह-लेखन का कार्य मिला। उन्होंने अपने निर्देशन का कार्य फिल्म पाँच से शुरुआत की। जो कि केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के कारण प्रदर्शित नहीं हो सकी। इसके बाद उन्होंने 1993 के मुंबई पर बम विस्फोट के बारे में हुसैन जैदी लिखित पुस्तक पर आधारित एक फिल्म ब्लैक फ्राइडे (2007) का निर्देशन किया। लेकिन इसका प्रदर्शन केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड द्वारा लंबित किए जाने के कारण 2 साल बाद हो सका, लेकिन 2007 में प्रदर्शित होने के बाद इसे काफी सराहना प्राप्त हुई। इसके बाद अनुराग ने नो स्मोकिंग (2007) बनाई जिसने बॉक्स ऑफिस पर खराब प्रदर्शन किया। इसके बाद उन्होंने देवदास के आधुनिक संस्करण पर आधारित पर फिल्म देव डी (2009) बनाई जिसे काफी व्यवसायिक सफलता प्राप्त हुई। उसके बाद उन्होंने एक राजनीतिक नाटक फिल्म गुलाल (2009) और दैट गर्ल इन यैलो बूट्स (2011) फिल्मों का भी निर्देशन किया। 2012 में आई उनकी फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर-भाग १ और भाग २ ने इनके निर्देशन का नया किर्तीमान बनाया। इस फिल्म ने न केवल व्यवसायिक रुप से सफल रही बल्कि समीक्षकों ने भी इसे काफी सराहा। . गैंग्स ऑफ वासेपुर – भाग 2 (या Gangs of वासेपुर II) 2012 की एक भारतीय अपराध फिल्म है, जिसे अनुराग कश्यप द्वारा सह-लिखित, निर्मित और निर्देशित किया गया है। यह धनबाद, झारखंड के कोयला माफिया और तीन अपराधिक परिवारों के बीच अंतर्निहित शक्ति संघर्ष, राजनीति और प्रतिशोध पर केंद्रित फ़िल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर श्रृंखला की दूसरी किस्त है। फ़िल्म के दूसरे भाग में प्रमुख भूमिकाओं में नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी, ऋचा चड्ढा, हुमा कुरेशी, तिग्मांशु धूलिया, पंकज त्रिपाठी, राजकुमार राव और ज़ीशन कादरी आदि कलाकार शामिल है। इसकी कहानी 1990 से 2009 तक के कालक्रम में फैली हुई है। फिल्म के दोनों हिस्सों को एक फिल्म के रूप में शूट किया गया था, जो कुल 319 मिनट की थी और इसे 2012 के कान फ़िल्मोत्सव में प्रदर्शित किया गया था, लेकिन चूंकि कोई भी भारतीय सिनेमाघर पांच घंटे की फिल्म को नहीं दिखाना चाहते थे, इसिलिये इसे भारतीय बाजार के लिए दो भागों (160 मिनट और 159 मिनट क्रमशः) में विभाजित किया गया था। फिल्म में भारी मात्रा में अश्लील शब्द और हिंसा के कई दृश्य होने के कारण केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड से इसे केवल वयस्क प्रमाणीकरण मिला। फिल्म का संगीत, पारंपरिक भारतीय लोक गीतों से बहुत प्रभावित था। भाग 2 को पूरे भारत में 8 अगस्त 2012 को प्रदर्शित किया गया था। फिल्म के दोनों भागों का आलोचकों द्वारा प्रशंसित किया गया था। संयुक्त फिल्म ने 60वीं राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ ऑडिगोग्राफी, फाइनल मिश्रित ट्रैक (आलोक डी, सिनोई जोसेफ और श्रीजेश नायर) के पुन: रिकॉर्डिस्ट और अभिनय (नवाजुद्दीन सिद्दीकी) के लिए विशेष उल्लेख जीता था। फिल्म ने 58वें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में सर्वश्रेष्ठ फिल्म (आलोचकों) और सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (आलोचकों) समेत चार फिल्मफेयर पुरस्कार जीते, हालांकि किसी भी वित्तीय मानक से भारी सफल नहीं होने के बावजूद, 18.5 करोड़ के कम संयुक्त बजट के कारण, 50.81 करोड़ (2 भागों के संयुक्त) की शुद्ध घरेलू कमाई के साथ व्यावसायिक रूप से सफल रही। इसे कई आधुनिक पंथ फिल्म के रूप में माना जाता है। .

अनुराग कश्यप और गैंग्स ऑफ वासेपुर – भाग 2 के बीच समानता

अनुराग कश्यप और गैंग्स ऑफ वासेपुर – भाग 2 आम में 2 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): वाराणसी, केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड

वाराणसी

वाराणसी (अंग्रेज़ी: Vārāṇasī) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का प्रसिद्ध नगर है। इसे 'बनारस' और 'काशी' भी कहते हैं। इसे हिन्दू धर्म में सर्वाधिक पवित्र नगरों में से एक माना जाता है और इसे अविमुक्त क्षेत्र कहा जाता है। इसके अलावा बौद्ध एवं जैन धर्म में भी इसे पवित्र माना जाता है। यह संसार के प्राचीनतम बसे शहरों में से एक और भारत का प्राचीनतम बसा शहर है। काशी नरेश (काशी के महाराजा) वाराणसी शहर के मुख्य सांस्कृतिक संरक्षक एवं सभी धार्मिक क्रिया-कलापों के अभिन्न अंग हैं। वाराणसी की संस्कृति का गंगा नदी एवं इसके धार्मिक महत्त्व से अटूट रिश्ता है। ये शहर सहस्रों वर्षों से भारत का, विशेषकर उत्तर भारत का सांस्कृतिक एवं धार्मिक केन्द्र रहा है। हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत का बनारस घराना वाराणसी में ही जन्मा एवं विकसित हुआ है। भारत के कई दार्शनिक, कवि, लेखक, संगीतज्ञ वाराणसी में रहे हैं, जिनमें कबीर, वल्लभाचार्य, रविदास, स्वामी रामानंद, त्रैलंग स्वामी, शिवानन्द गोस्वामी, मुंशी प्रेमचंद, जयशंकर प्रसाद, आचार्य रामचंद्र शुक्ल, पंडित रवि शंकर, गिरिजा देवी, पंडित हरि प्रसाद चौरसिया एवं उस्ताद बिस्मिल्लाह खां आदि कुछ हैं। गोस्वामी तुलसीदास ने हिन्दू धर्म का परम-पूज्य ग्रंथ रामचरितमानस यहीं लिखा था और गौतम बुद्ध ने अपना प्रथम प्रवचन यहीं निकट ही सारनाथ में दिया था। वाराणसी में चार बड़े विश्वविद्यालय स्थित हैं: बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ हाइयर टिबेटियन स्टडीज़ और संपूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय। यहां के निवासी मुख्यतः काशिका भोजपुरी बोलते हैं, जो हिन्दी की ही एक बोली है। वाराणसी को प्रायः 'मंदिरों का शहर', 'भारत की धार्मिक राजधानी', 'भगवान शिव की नगरी', 'दीपों का शहर', 'ज्ञान नगरी' आदि विशेषणों से संबोधित किया जाता है। प्रसिद्ध अमरीकी लेखक मार्क ट्वेन लिखते हैं: "बनारस इतिहास से भी पुरातन है, परंपराओं से पुराना है, किंवदंतियों (लीजेन्ड्स) से भी प्राचीन है और जब इन सबको एकत्र कर दें, तो उस संग्रह से भी दोगुना प्राचीन है।" .

अनुराग कश्यप और वाराणसी · गैंग्स ऑफ वासेपुर – भाग 2 और वाराणसी · और देखें »

केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड

केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड या भारतीय सेंसर बोर्ड भारत में फिल्मों, टीवी धारावाहिकों, टीवी विज्ञापनों और विभिन्न दृश्य सामग्री की समीक्षा करने संबंधी विनियामक निकाय है। यह भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधीन है। इसे उपरोक्त वर्णित सभी को विभिन्न श्रेणी प्रदान करने का और स्वीकार या अस्वीकार करने का अधिकार है। .

अनुराग कश्यप और केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड · केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड और गैंग्स ऑफ वासेपुर – भाग 2 · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

अनुराग कश्यप और गैंग्स ऑफ वासेपुर – भाग 2 के बीच तुलना

अनुराग कश्यप 41 संबंध है और गैंग्स ऑफ वासेपुर – भाग 2 23 है। वे आम 2 में है, समानता सूचकांक 3.12% है = 2 / (41 + 23)।

संदर्भ

यह लेख अनुराग कश्यप और गैंग्स ऑफ वासेपुर – भाग 2 के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »