हम Google Play स्टोर पर Unionpedia ऐप को पुनर्स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं
🌟हमने बेहतर नेविगेशन के लिए अपने डिज़ाइन को सरल बनाया!
Instagram Facebook X LinkedIn

अतियोग और सक्या

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

अतियोग और सक्या के बीच अंतर

अतियोग vs. सक्या

अतियोग और (तिब्बती: རྫོགས་པ་ཆེན་པོ།, जोग्स्पछेन्पो, संस्कृत: अतियोग एवं महासन्धि) बज्रयान अन्तर्गत के सबसे सर्वोच्च तान्त्रिक संप्रदाय है। इस संप्रदाय ञिङमा संप्रदाय का नौ यान मध्ये नौवां यान है। श्रेणी:जाति श्रेणी:चित्र जोड़ें. सक्या (Sakya, तिब्बती: ས་སྐྱ་) तिब्बती बौद्ध धर्म के छह मुख्य सम्प्रदायों में से एक है। अन्य पाँच न्यिंगमा, कग्यु, जोनंग, गेलुग और बोन हैं। इनमें से सक्या, गेलुग और कग्यु को वज्रयान का नवप्रसार (New Transmission) या सारमा (གསར་མ) कहा जाता है, क्योंकि यह तिब्बत में बौद्ध धर्म के फैलाव की द्वितीय शृंख्ला में उत्पन्न हुए। न्यिंगमा, सक्या और कग्यु लाल टोपी सम्प्रदाय हैं क्योंकि औपचारिक समारोहों पर इनके अनुयायी लाल रंग की टोपियाँ पहनते हैं। .

अतियोग और सक्या के बीच समानता

अतियोग और सक्या आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): ञिङमा

ञिङमा

ञिङमा (तिब्बती भाषा: རྙིང་མ་པ།, अंग्रेज़ी: Nyingma), तिब्बती बौद्ध धर्म की पांच प्रमुख शाखाओं में से एक हैं। तिब्बती भाषा में "ञिङमा" का अर्थ "प्राचीन" होता है। कभी-कभी इसे ङग्युर (སྔ་འགྱུར།, Ngagyur) भी कहा जाता है जिसका अर्थ "पूर्वानूदित" होता है, जो नाम इस सम्प्रदाय द्वारा सर्वप्रथम महायोग, अनुयोग, अतियोग और त्रिपिटक आदि बौद्ध ग्रंथों को संस्कृत इत्यादि भारतीय भाषों से तिब्बती में अनुवाद करने के कारण रखा गया। तिब्बती लिपि और तिब्बती भाषा के औपचारिक व्याकरण की आधारशिला भी इसी ध्येय से रखी गई थी। आधुनिक काल में ञिङमा संप्रदाय का धार्मिक संगठन तिब्बत के खम प्रदेश पर केन्द्रित है। .

अतियोग और ञिङमा · ञिङमा और सक्या · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

अतियोग और सक्या के बीच तुलना

अतियोग 1 संबंध नहीं है और सक्या 12 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 7.69% है = 1 / (1 + 12)।

संदर्भ

यह लेख अतियोग और सक्या के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: