लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
डाउनलोड
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

अंतर्राष्ट्रीय संख्या पद्धति और रोमन संख्यांक

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

अंतर्राष्ट्रीय संख्या पद्धति और रोमन संख्यांक के बीच अंतर

अंतर्राष्ट्रीय संख्या पद्धति vs. रोमन संख्यांक

अन्तरराष्ट्रीय संख्या पद्धति (International System of Numeration) संख्यांकन की दशमलव पद्धति पर आधारित प्रणाली है जिसमें संख्याओं को तीन-तीन अंकों के समूह में लिखा और व्यक्त किया जाता है। यह भारतीय संख्या पद्धति से भिन्न है जिसमें 9,999 से अधिक बड़ी संख्याओं में बायें के अंको को दो के समूह में (अल्पविराम द्वारा) अलग करके लिखा जाता है। अन्तर्राष्ट्रीय पद्धति में इसी तीन अंकों के समूह में समूहन के कारण इन संख्याओं का परिमाण (magnitude) भाषा में व्यक्त करने के लिये दिए गये नाम मिलियन, ट्रिलियन, डेसिलियन इत्यादि का प्रयोग होता है जबकि भारतीय पद्धति में लाख, करोड़, अरब, खरब इत्यादि नाम प्रचलित हैं जो दो-दो अंकों में समूहन का परिणाम हैं। अन्तर्राष्ट्रीय मापन पद्धति भी इसी अंतर्राष्ट्रीय संख्या पद्धति का अनुसरण करती है और बड़ी संख्याओं वाले मानों को व्यक्त करने के लिये किलो, मेगा, गीगा, टेरा, पेटा इत्यादि का उपसर्ग की तरह जोड़ा जाना इसी संख्या पद्धति के अनुसार है। यह प्रणालियाँ संख्याओं के लिखने और उनके भाषाई नामों के साथ बेहतर तालमेल वाली हैं। माना जाता है कि जिन पद्धतियों में यह तालमेल बहुत स्पष्ट नहीं होता, संख्याओं को सीखने में अधिक कठिनाई आती है। उदाहरण के लिये फ्रेंच और जर्मन संख्या पद्धतियों में संख्याओं के दस के गुणकों में व्यवहार में आने वाले नाम इकाई संख्याओं के नामों से थोड़े भिन्न होते हैं . रोमन संख्यांक द्वारा दर्शायी गयी संख्यांक पद्धत्ति का प्राचीन रोम में उद्गम हुआ और भली भांति उत्तर मध्य युग में पूर्ण यूरोप में संख्याओं को लिखना का सामान्य तरीका बना रहा। ऑस्ट्रिया के लोफ़र नामक शहर में एक गिरजे के ऊपर उसके निर्माण की तिथि रोमन अंकों में तराशी हुई है - MDCLXXVIII का अर्थ सन् १६७८ है रोमन अंक प्राचीन रोम की संख्या प्रणाली है, जिसमें लातिनी भाषा के अक्षरों को जोड़कर संख्याएँ लिखी जाती थीं। पहले दस रोमन अंक इस प्रकार हैं - .

अंतर्राष्ट्रीय संख्या पद्धति और रोमन संख्यांक के बीच समानता

अंतर्राष्ट्रीय संख्या पद्धति और रोमन संख्यांक आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): भारतीय अंक प्रणाली

भारतीय अंक प्रणाली

भारतीय अंक प्रणाली को पश्चिम के देशों में हिंदू-अरबी अंक प्रणाली के नाम से जाना जाता है क्योंकि यूरोपीय देशों को इस अंक प्रणाली का ज्ञान अरब देश से प्राप्त हुआ था। जबकि अरबों को यह ज्ञान भारत से मिला था। भारतीय अंक प्रणाली में 0 को मिला कर कुल 10 अंक होते हैं। संसार के अधिकतम 10 अंकों वाली अंक प्रणाली भारतीय अंक प्रणाली पर ही आधारित हैं। फ्रांस के प्रसिद्ध गणितज्ञ पियरे साइमन लाप्लास के अनुसार, .

अंतर्राष्ट्रीय संख्या पद्धति और भारतीय अंक प्रणाली · भारतीय अंक प्रणाली और रोमन संख्यांक · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

अंतर्राष्ट्रीय संख्या पद्धति और रोमन संख्यांक के बीच तुलना

अंतर्राष्ट्रीय संख्या पद्धति 5 संबंध है और रोमन संख्यांक 9 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 7.14% है = 1 / (5 + 9)।

संदर्भ

यह लेख अंतर्राष्ट्रीय संख्या पद्धति और रोमन संख्यांक के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »