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६ जनवरी

सूची ६ जनवरी

6 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 6वाँ दिन है। साल में अभी और 359 दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में 360)।.

65 संबंधों: चीन, एचपीटी-32 दीपक, ए॰ आर॰ रहमान, झारखण्ड, झियांगतान, डार्लीन हार्ड, डॉ मारिया मॉन्टेसरी, त्यागराज, दिलजीत दोसांझ, नरेन्द्र कोहली, नई दिल्ली, पवन नेगी, प्रभुप्रकाश, पी॰सी॰ सरकार, फैनी बर्नी, भरत व्यास, भारतेन्दु हरिश्चंद्र, मधु कोड़ा, महात्मा गांधी, मारिया मांटेसरी, यमुना नदी, लुई ब्रेल, सुटोमु यामागुकी, हूनान, जय भारत जननीय तनुजते, ई एल डाक्टारो, विजय तेंडुलकर, खलील जिब्रान, ग्रेगर जॉन मेंडल, ग्रेगोरी कैलेंडर, आनंद विहार, इरिना श्याक, कपिलदेव, कमलेश्वर, कोयला, अधिवर्ष, अलेक्सांदर स्क्र्याबिन, अजीत प्रताप सिंह, उदयवीर शास्त्री, १८४०, १८४७, १८७२, १८८३, १८८४, १८८५, १८९४, १९०७, १९१८, १९२१, १९२८, ..., १९३१, १९३६, १९४०, १९५२, १९५९, १९६६, १९७७, १९८४, १९८६, १९९३, २०००, २००४, २०१०, २०१६, 2016 के उत्तर कोरियाई परमाणु परीक्षण सूचकांक विस्तार (15 अधिक) »

चीन

---- right चीन विश्व की प्राचीन सभ्यताओं में से एक है जो एशियाई महाद्वीप के पू‍र्व में स्थित है। चीन की सभ्यता एवं संस्कृति छठी शताब्दी से भी पुरानी है। चीन की लिखित भाषा प्रणाली विश्व की सबसे पुरानी है जो आज तक उपयोग में लायी जा रही है और जो कई आविष्कारों का स्रोत भी है। ब्रिटिश विद्वान और जीव-रसायन शास्त्री जोसफ नीधम ने प्राचीन चीन के चार महान अविष्कार बताये जो हैं:- कागज़, कम्पास, बारूद और मुद्रण। ऐतिहासिक रूप से चीनी संस्कृति का प्रभाव पूर्वी और दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों पर रहा है और चीनी धर्म, रिवाज़ और लेखन प्रणाली को इन देशों में अलग-अलग स्तर तक अपनाया गया है। चीन में प्रथम मानवीय उपस्थिति के प्रमाण झोऊ कोऊ दियन गुफा के समीप मिलते हैं और जो होमो इरेक्टस के प्रथम नमूने भी है जिसे हम 'पेकिंग मानव' के नाम से जानते हैं। अनुमान है कि ये इस क्षेत्र में ३,००,००० से ५,००,००० वर्ष पूर्व यहाँ रहते थे और कुछ शोधों से ये महत्वपूर्ण जानकारी भी मिली है कि पेकिंग मानव आग जलाने की और उसे नियंत्रित करने की कला जानते थे। चीन के गृह युद्ध के कारण इसके दो भाग हो गये - (१) जनवादी गणराज्य चीन जो मुख्य चीनी भूभाग पर स्थापित समाजवादी सरकार द्वारा शासित क्षेत्रों को कहते हैं। इसके अन्तर्गत चीन का बहुतायत भाग आता है। (२) चीनी गणराज्य - जो मुख्य भूमि से हटकर ताईवान सहित कुछ अन्य द्वीपों से बना देश है। इसका मुख्यालय ताइवान है। चीन की आबादी दुनिया में सर्वाधिक है। प्राचीन चीन मानव सभ्यता के सबसे पुरानी शरणस्थलियों में से एक है। वैज्ञानिक कार्बन डेटिंग के अनुसार यहाँ पर मानव २२ लाख से २५ लाख वर्ष पहले आये थे। .

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एचपीटी-32 दीपक

एचएएल एचपीटी-32 दीपक हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटिड एक प्राइमरी ट्रेनर है। विद्यार्थी और निर्देशक (इंस्ट्रक्टर) एक दूसरे की साइड में बैठते हैं। वायुयान में एक यात्री आ सकता है। .

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ए॰ आर॰ रहमान

अल्लाह रक्खा रहमान लोकप्रिय रूप से ए॰ आर॰ रहमान भारतीय फिल्मों के प्रसिद्ध संगीतकार हैं, जिन्होंने मुख्य रूप से हिन्दी और तमिल फिल्मों में संगीत दिया है। इनका जन्म 6 जनवरी, 1967 को चेन्नई, तमिलनाडु, भारत में हुआ। जन्मतः उनका नाम ‘अरुणाचलम् शेखर दिलीप कुमार मुदलियार’ रखा गया। धर्मपरिवर्तन के पश्चात उन्होंने अल्लाह रक्खा रहमान नाम धारण किया। ए. आर.

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झारखण्ड

झारखण्ड यानी 'झार' या 'झाड़' जो स्थानीय रूप में वन का पर्याय है और 'खण्ड' यानी टुकड़े से मिलकर बना है। अपने नाम के अनुरुप यह मूलतः एक वन प्रदेश है जो झारखंड आंदोलन के फलस्वरूप सृजित हुआ। प्रचुर मात्रा में खनिज की उपलबध्ता के कारण इसे भारत का 'रूर' भी कहा जाता है जो जर्मनी में खनिज-प्रदेश के नाम से विख्यात है। 1930 के आसपास गठित आदिवासी महासभा ने जयपाल सिंह मुंडा की अगुआई में अलग ‘झारखंड’ का सपना देखा.

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झियांगतान

यह चीन के हुनान प्रांत में स्थित एक शहर है। यह अपनी कोयले की खानों के लिए प्रसिद्ध है। .

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डार्लीन हार्ड

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:महिला टेनिस खिलाड़ी.

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डॉ मारिया मॉन्टेसरी

डॉ मारिया मॉन्टेसरी डॉ मारिया मॉन्टेसरी विश्व के प्रमुख शिक्षाशास्त्रियों मे एक है। इनका जन्म यूनान मे १८७० ई, मे हुआ। ये इतनी प्रतिभाशाली थी कि मात्र २४ वर्ष की अवस्था मे १८९४ ई मे के विश्वविद्यालय से इन्होने (M.D.) की उपाधि प्राप्त की। डॉ मारिया मॉन्टेसरी प्रणाली शिक्षा के क्षेत्र मे इनकी अनुपम देन है। डॉक्टरी की परीक्षा पास करने के पश्चात उसी विश्वविद्यालय मे उन्हे पिछडे हुए तथा मन्द-बुद्धि बालकों की शिक्षा का भार साँपा गया। अपने इस कर्तव्य को उन्होंने सफलतापूर्वक निभाया ऑर पिछडे हुए बालकों की शिक्षा के संबंध मे अनेक अन्वेषण किए। मॉन्टेसरी की इस अद्वितीय सफलता का कारण था - उनके द्वारा की जाने वाली नवीन शिक्षा- पद्धति, जो आज विश्व मे ' मॉन्टेसरी-पद्धति ' के नाम से विख्यात है। अपनी सफलता के फलस्वरूप मॉन्टेसरी के मन मे जो विचार प्रस्फुटित हुए उसे एक महोदय ने अपने शब्दो में इस प्रकार अभिव्यक्त किया है - " मॉन्टेसरी के मन मे यह विचार प्रस्फुटित हुआ, उसने मानसिक दोश वाले बच्चों को शिक्षा देने के लिए किया जाए, तो उसके परिणाम कहीं अधिक आश्चर्यजनक होंगे। " उस वर्ष "गुड बिल्डिंग की रोमन एसोसियेशन " के डाइरेक्टर -जनरल ने योजना बनाई कि प्रत्येक बस्ती मे ' बचपन का घर ' अथवा ' बाल गृह ' स्थपित किया जाए, जिस्मे निर्धन व्यक्तियों के ३ से ७ वर्ष के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा प्राप्त करने, खेलने -कूदने ऑर कुछ काम करने का अवसर दिया जाए। डाइरेक्टर जनरल ने इन नवनिर्मित किए जाने वाले बाल गृहों अथवा शिशु -विद्यालयों के संचलन एवं निरीक्षण का कार्य, १९०६ के अंत मे मॉन्टेसरी को साँपा। शिशु शिक्षा में असीम आभिरुचिरखने के कारण मॉन्टेसरी ने इस सुअवसर को हाथ से नहीं जाने दिया। उसने ६ जनवरी १९०७ को प्रथम बाल - गृह की योजना को पूर्ण करके संचलन का शुभारंभ किया। उस संस्था की संचालिका एवं अध्यक्श्ः के रूप मे मॉन्टेसरी ने अपनी शिक्षा पद्दति का वैग्य्नानिक ढंग से प्रयोग एवं परीक्षन किया। इस परीक्षण के अंत मे, वहा जिन परिणामों पर पहुंची उनको स्वयं मॉन्टेसरी के अग्रांकित शब्दों मे पढिए - " य्ह प्रीक्षण, छोटे बच्चों की शिक्षा के संबंध मे प्रयोग की जाने वालीउन विधियों के अनेक परिणामों को प्रकट करता है जिनका प्रयोग मन्द-बुद्धि बालकों के लिए किया जा चुका था। " .

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त्यागराज

त्यागराज (तेलुगु: శ్రీ త్యాగరాజ; तमिल தியாகராஜ சுவாமிகள்; 4 मई, 1767 – 6 जनवरी, 1847) भक्तिमार्गी कवि एवं कर्णाटक संगीत के महान संगीतज्ञ थे। उन्होने समाज एवं साहित्य के साथ-साथ कला को भी समृद्ध किया। वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने सैंकड़ों भक्ति गीतों की रचना की जो भगवान राम की स्तुति में थे और उनके सर्वश्रेष्ठ गीत पंचरत्न कृति अक्सर धार्मिक आयोजनों में गाए जाते हैं। .

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दिलजीत दोसांझ

दिलजीत सिंह दोसांझ (जन्म 6 जनवरी 1984), पंजाबी फ़िल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार एवं गायक है। उन्हें उनके मंच नाम 'दिलजीत' से ही जाना जाता है। उन्होंने बहुचर्चित हिंदी फिल्म 'उड़ता पंजाब' एवं ब्लॉकबस्टर पंजाबी फिल्म 'जट्ट एंड जूलिएट' (भाग १ और २), 'पंजाब 1984', 'सरदार जी' (भाग १ और २), 'सुपर सिंह', 'अंबरसरीया' जैसी सुपरहिट फिल्मों में भूमिका निभायी। दिलजीत ने कई संगीत एल्बम एवं फिल्मों में गीत गाएं, विशेषत: उनके 'बैक टू बेसिक' एल्बम को बहुत लोकप्रियता हासिल हुयी। उनके द्वारा हिंदी फिल्म 'उड़ता पंजाब' में गाये गए 'इक कुड़ी' गाने ने दर्शकों का दिल जीत लिया। साथ ही उन्होंने अन्य कई हिंदी एवं पंजाबी फिल्मों में गीत गाये, जैसे की 'तेरे नाल लव हो गया', 'मेरे डैड की मारूती', 'यमला पगला दिवाना २', 'राबता', 'जब हैरी मेट सेजल' इत्यादि। राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार प्राप्त एवं ऐतिहासिक तथ्य दर्शानेवाली दिग्दर्शक अनुराग सिंह की पंजाबी फ़िल्म 'पंजाब 1984' में किये उमदा अभिनय की वजह से दिलजीत के लिए हिन्दी फ़िल्मों के रास्ते खुल गए। निर्देशक अभिषेक चौबे की बहुचर्चित हिंदी फ़िल्म 'उड़ता पंजाब' में प्रमुख भुमिका द्वारा दिलजीत ने बॉलिवूड में कदम रखा, इस फिल्म में दिलजीत द्वारा किये गए अभिनय को काफी नवाज़ा गया, उन्हें इस किरदार के लिए फिल्मफेअर एवं आईफा एवार्ड के 'बेस्ट डेब्यू एक्टर' का पुरस्कार प्राप्त हुवा। साथ ही उन्होंने अनुष्का शर्मा के साथ हिन्दी फ़िल्म 'फिल्लौरी' में अभिनय किया। .

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नरेन्द्र कोहली

डॉ॰ नरेन्द्र कोहली (जन्म ६ जनवरी १९४०) प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार हैं। कोहली जी ने साहित्य के सभी प्रमुख विधाओं (यथा उपन्यास, व्यंग्य, नाटक, कहानी) एवं गौण विधाओं (यथा संस्मरण, निबंध, पत्र आदि) और आलोचनात्मक साहित्य में अपनी लेखनी चलाई है। उन्होंने शताधिक श्रेष्ठ ग्रंथों का सृजन किया है। हिन्दी साहित्य में 'महाकाव्यात्मक उपन्यास' की विधा को प्रारंभ करने का श्रेय नरेंद्र कोहली को ही जाता है। पौराणिक एवं ऐतिहासिक चरित्रों की गुत्थियों को सुलझाते हुए उनके माध्यम से आधुनिक सामाज की समस्याओं एवं उनके समाधान को समाज के समक्ष प्रस्तुत करना कोहली की अन्यतम विशेषता है। कोहलीजी सांस्कृतिक राष्ट्रवादी साहित्यकार हैं, जिन्होंने अपनी रचनाओं के माध्यम से भारतीय जीवन-शैली एवं दर्शन का सम्यक् परिचय करवाया है। जनवरी, २०१७ में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया। .

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नई दिल्ली

नई दिल्ली भारत की राजधानी है। यह भारत सरकार और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार के केंद्र के रूप में कार्य करता है। नई दिल्ली दिल्ली महानगर के भीतर स्थित है, और यह दिल्ली संघ राज्य क्षेत्र के ग्यारह ज़िलों में से एक है। भारत पर अंग्रेज शासनकाल के दौरान सन् 1911 तक भारत की राजधानी कलकत्ता (अब कोलकाता) था। अंग्रेज शासकों ने यह महसूस किया कि देश का शासन बेहतर तरीके से चलाने के लिए कलकत्ता की जगह यदि दिल्‍ली को राजधानी बनाया जाए तो बेहतर होगा क्‍योंकि य‍ह देश के उत्तर में है और यहां से शासन का संचालन अधिक प्रभावी होगा। इस पर विचार करने के बाद अंग्रेज महाराजा जॉर्ज पंचम ने देश की राजधानी को दिल्‍ली ले जाने के आदेश दे दिए। वर्ष 2011 में दिल्ली महानगर की जनसंख्या 22 लाख थी। दिल्ली की जनसंख्या उसे दुनिया में पाँचवीं सबसे अधिक आबादी वाला, और भारत का सबसे बड़ा महानगर बनाती है। क्षेत्रफल के अनुसार भी, दिल्ली दुनिया के बड़े महानगरों में से एक है। मुम्बई के बाद, वह देश का दूसरा सबसे अमीर शहर है, और दिल्ली का सकल घरेलू उत्पाद दक्षिण, पश्चिम और मध्य एशिया के शहरों में दूसरे नम्बर पर आता है। नई दिल्ली अपनी चौड़ी सड़कों, वृक्ष-अच्छादित मार्गों और देश के कई शीर्ष संस्थानो और स्थलचिह्नों के लिए जानी जाती है। 1911 के दिल्ली दरबार के दौरान, 15 दिसम्बर को शहर की नींव भारत के सम्राट, जॉर्ज पंचम ने रखी, और प्रमुख ब्रिटिश वास्तुकार सर एड्विन लुट्यन्स और सर हर्बर्ट बेकर ने इसकी रूपरेखा तैयार की। ब्रिटिश भारत के गवर्नर जनरल लॉर्ड इर्विन द्वारा 13 फ़रवरी 1931 को नई दिल्ली का उद्घाटन हुआ। बोलचाल की भाषा में हालाँकि दिल्ली और नयी दिल्ली यह दोनों नाम राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के अधिकार क्षेत्र को संदर्भित करने के लिए के प्रयोग किये जाते हैं, मगर यह दो अलग-अलग संस्था हैं और नयी दिल्ली, दिल्ली महानगर का छोटा सा हिस्सा है। .

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पवन नेगी

पवन नेगी (जन्म 6 जनवरी 1993 दिल्ली)। ये बाएँ हाथ से धीमी गति की गेंदबाजी करते है तथा बाएँ हाथ से बल्लेबाजी भी करते हैं। ये दिल्ली की ओर रणजी ट्रॉफी खेलते हैं। इन्होंने 2011 में दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से इंडियन प्रीमियर लीग में पहला मैच खेला। अभी इंडियन प्रीमियर लीग में चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से खेलते हैं। .

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प्रभुप्रकाश

एपिफ़नी (Epiphany) अथवा 'प्रभुप्रकाश' नामक ईसाई पर्व परम्परागत रूप से ६ जनवरी को मनाया जाता है। यह लगभग सन्‌ 200 ई. में प्राच्य चर्च में प्रारंभ हुआ। बाद में वह पर्व पाश्चात्य चर्च में भी फैल गया। प्रारंभ में वह ईश्वरीय शक्ति के आविर्भाव तथा ईसा के जन्म के आदर में मनाया जाता था। बाद में क्रिस्मस (25 दिसंबर) ही ईसा का एकमात्र जन्मपर्व रह गया और एफ़िनी (6 जनवरी) का पर्व, बाइबिल में वर्णित ईसा की जीवनी की तीन घटनाओं का, संस्मरणोत्सव बन गया। अर्थात्‌ ज्ञानी पुरुषों की आराधना, जार्डन नदी में ईसा का बपतिस्मा तथा काना नगर में ईसा का प्रथम चमत्कार: तीन घटनाओं के संस्मरण में यह पर्व मनाया जाने लगा। .

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पी॰सी॰ सरकार

प्रोतुल चन्द्र सरकार (२३ फ़रवरी १९१३ – ६ जनवरी १९७१) प्रसिद्ध जादूगर थे। उन्हें भारत सरकार ने वर्ष १९६४ में पद्म श्री से पुरस्कृत किया। .

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फैनी बर्नी

फैनी बर्नी फैनी बर्नी (Fanny Burney / 13 जून 1752 – 6 जनवरी 1840) अंग्रेजी उपन्यासकार तथा नाटककार थीं। वे 'फ्रांसेज बर्नी' (Frances Burney) के नाम से भी जानी जाती हैं। विवाह के बाद वे मेडम डाब्ले (Madame d’Arblay) के नाम से भी जानी जाती थीं। उनकी पैनी दृष्टि मनुष्यों की त्रुटियों तथा हास्यापद विचित्रताओं को सहज ही लक्ष्य कर लेती थी और उनकी लेखनी कुशल चित्रकार की तूलिका के समान उनका समन्वय करके मनोरंजक चित्रों का सर्जन करती थी। इस तरह के व्यंग्यात्मक चित्र उनके उपन्यासों में भरे पड़े हैं। मैडम डाब्ले के उपन्यासों का महत्व ऐतिहासिक है क्योंकि उनमें स्त्रियों के स्वतंत्र दृष्टिकोण का समावेश है और घरेलू जीवन ही उनका केंद्रबिंदु है। उन्होंने उस परंपरा का श्रीगणेश किया जिसकी पराकष्ठा जेन आस्टिन की परिपक्व कृतियों मे पाई जाती है। .

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भरत व्यास

भरत व्यास हिन्दी फ़िल्मों के प्रसिद्ध गीतकार थे। इनका जन्म ६ जनवरी १९१८ को बीकानेर मे हुआ था जाति से पुष्करना ब्राह्मण थे। मूल रूप से चुरू के थे। बचपन से ही इनमे कवि प्रतिभा दिखने लगी थी। उन्होंने १७-१८ वर्ष की उम्र तक लेखन शुरू कर दिया था। चुरू से मैट्रिक करने के बाद वे कलकत्ता चले गए। उनका लिखा पहला गीत था - आओ वीरो हिलमिल गाए वंदे मातरम । उनके द्वारा रामू चन्ना नामक नाटक भी लिखा गया। १९४२ के बाद वे बम्बई आ गए उन्होंने कुछ फिल्म्नो भी भूमिका निभाई लेकिन प्रसिद्धि गीत लेखन से मिली उनकी मृत्यु १९८२ मे हुई थी। उनके लिखे प्रमुख गीत है - दो आँखे बारह हाथ, नवरंग, बूँद जो बन गई मोती फिल्मों के गीत श्रेणी:व्यक्तिगत जीवन श्रेणी:गीतकार श्रेणी:फ़िल्मी गीतकार.

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भारतेन्दु हरिश्चंद्र

भारतेन्दु हरिश्चन्द्र (९ सितंबर १८५०-७ जनवरी १८८५) आधुनिक हिंदी साहित्य के पितामह कहे जाते हैं। वे हिन्दी में आधुनिकता के पहले रचनाकार थे। इनका मूल नाम 'हरिश्चन्द्र' था, 'भारतेन्दु' उनकी उपाधि थी। उनका कार्यकाल युग की सन्धि पर खड़ा है। उन्होंने रीतिकाल की विकृत सामन्ती संस्कृति की पोषक वृत्तियों को छोड़कर स्वस्थ्य परम्परा की भूमि अपनाई और नवीनता के बीज बोए। हिन्दी साहित्य में आधुनिक काल का प्रारम्भ भारतेन्दु हरिश्चन्द्र से माना जाता है। भारतीय नवजागरण के अग्रदूत के रूप में प्रसिद्ध भारतेन्दु जी ने देश की गरीबी, पराधीनता, शासकों के अमानवीय शोषण का चित्रण को ही अपने साहित्य का लक्ष्य बनाया। हिन्दी को राष्ट्र-भाषा के रूप में प्रतिष्ठित करने की दिशा में उन्होंने अपनी प्रतिभा का उपयोग किया। भारतेन्दु बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। हिंदी पत्रकारिता, नाटक और काव्य के क्षेत्र में उनका बहुमूल्य योगदान रहा। हिंदी में नाटकों का प्रारंभ भारतेन्दु हरिश्चंद्र से माना जाता है। भारतेन्दु के नाटक लिखने की शुरुआत बंगला के विद्यासुंदर (१८६७) नाटक के अनुवाद से होती है। यद्यपि नाटक उनके पहले भी लिखे जाते रहे किंतु नियमित रूप से खड़ीबोली में अनेक नाटक लिखकर भारतेन्दु ने ही हिंदी नाटक की नींव को सुदृढ़ बनाया। उन्होंने 'हरिश्चंद्र पत्रिका', 'कविवचन सुधा' और 'बाल विबोधिनी' पत्रिकाओं का संपादन भी किया। वे एक उत्कृष्ट कवि, सशक्त व्यंग्यकार, सफल नाटककार, जागरूक पत्रकार तथा ओजस्वी गद्यकार थे। इसके अलावा वे लेखक, कवि, संपादक, निबंधकार, एवं कुशल वक्ता भी थे।। वेबदुनिया। स्मृति जोशी भारतेन्दु जी ने मात्र ३४ वर्ष की अल्पायु में ही विशाल साहित्य की रचना की। पैंतीस वर्ष की आयु (सन् १८८५) में उन्होंने मात्रा और गुणवत्ता की दृष्टि से इतना लिखा, इतनी दिशाओं में काम किया कि उनका समूचा रचनाकर्म पथदर्शक बन गया। .

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मधु कोड़ा

मधु कोडा (जन्म 6 जनवरी 1971 पाताहातू, पश्चिमी सिंहभूम) झारखंड के भूतपूर्व मुख्यमंत्री हैं। उन्हें इस नवनिर्मित राज्य के पांचवें मुख्यमंत्री के रूप में 18 सितंबर 2006 को दि्लाई गयी थी। श्री कोडा के मंत्रिमंडल में आठ मंत्री हैं एवं वे भारत के किसी भी प्रांत में निर्दलीय उम्मीद्वार के रूप में मुख्यमंत्री बनने वाले पहले मुख्यमंत्री हैं। मधु कोडा के राजनैतिक जीवन की शुरुआत आल झारखंड स्टूडेंड यूनियन के एक कार्यकर्ता के रूप में हुई थी बाद में वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के भी सदस्य बने। 2000 के झारखंड विधानसभा के चुनावों में वे भाजपा उम्मीद्वार के रूप में जगन्नाथपुर विधानसभा सीट से चयनित हुए। बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में बनने वाली सरकार में वे पंचायती राज मंत्री बने और बाद में वे 2003 में अर्जुन मुंडा की सरकार बनने के बाद भी इसी पद पर काबिज रही। 2005 की विधानसभा चुनावों में उन्हें भाजपा द्वारा उम्मीद्वार बनाने से मना कर दिया गया। इसके बाद वे एक निर्दलीय के रूप में उसी विधान सभा सीट से चुने गये। खंडित जनादेश के कारण वे भाजपा के नेतृत्व में बननेवाली अर्जुन मुंडा की सरकार का उन्होंने बाहर से समर्थन किया और उन्हें खान एवं भूवैज्ञानिक मामलों का मंत्री बनाया गया। सितंबर 2006 में श्री कोडा और अन्य तीन निर्दलीय विधायकों ने श्री मुंडा की सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया जिससे सरकार अल्पमत में आ गयी। बाद में विपक्ष संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ने उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार कर अपनी सरकार बनायी जिसमें झामुमो, राजद, युनाइटेड गोअन्स डेमोक्रैटिक पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, फारवर्ड ब्लाक, 3 निर्दलीय विधायक शामिल थे। जिसमें कांग्रेस बाहर से समर्थन कर रही है। .

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महात्मा गांधी

मोहनदास करमचन्द गांधी (२ अक्टूबर १८६९ - ३० जनवरी १९४८) भारत एवं भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। वे सत्याग्रह (व्यापक सविनय अवज्ञा) के माध्यम से अत्याचार के प्रतिकार के अग्रणी नेता थे, उनकी इस अवधारणा की नींव सम्पूर्ण अहिंसा के सिद्धान्त पर रखी गयी थी जिसने भारत को आजादी दिलाकर पूरी दुनिया में जनता के नागरिक अधिकारों एवं स्वतन्त्रता के प्रति आन्दोलन के लिये प्रेरित किया। उन्हें दुनिया में आम जनता महात्मा गांधी के नाम से जानती है। संस्कृत भाषा में महात्मा अथवा महान आत्मा एक सम्मान सूचक शब्द है। गांधी को महात्मा के नाम से सबसे पहले १९१५ में राजवैद्य जीवराम कालिदास ने संबोधित किया था।। उन्हें बापू (गुजराती भाषा में બાપુ बापू यानी पिता) के नाम से भी याद किया जाता है। सुभाष चन्द्र बोस ने ६ जुलाई १९४४ को रंगून रेडियो से गांधी जी के नाम जारी प्रसारण में उन्हें राष्ट्रपिता कहकर सम्बोधित करते हुए आज़ाद हिन्द फौज़ के सैनिकों के लिये उनका आशीर्वाद और शुभकामनाएँ माँगीं थीं। प्रति वर्ष २ अक्टूबर को उनका जन्म दिन भारत में गांधी जयंती के रूप में और पूरे विश्व में अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के नाम से मनाया जाता है। सबसे पहले गान्धी ने प्रवासी वकील के रूप में दक्षिण अफ्रीका में भारतीय समुदाय के लोगों के नागरिक अधिकारों के लिये संघर्ष हेतु सत्याग्रह करना शुरू किया। १९१५ में उनकी भारत वापसी हुई। उसके बाद उन्होंने यहाँ के किसानों, मजदूरों और शहरी श्रमिकों को अत्यधिक भूमि कर और भेदभाव के विरुद्ध आवाज उठाने के लिये एकजुट किया। १९२१ में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बागडोर संभालने के बाद उन्होंने देशभर में गरीबी से राहत दिलाने, महिलाओं के अधिकारों का विस्तार, धार्मिक एवं जातीय एकता का निर्माण व आत्मनिर्भरता के लिये अस्पृश्‍यता के विरोध में अनेकों कार्यक्रम चलाये। इन सबमें विदेशी राज से मुक्ति दिलाने वाला स्वराज की प्राप्ति वाला कार्यक्रम ही प्रमुख था। गाँधी जी ने ब्रिटिश सरकार द्वारा भारतीयों पर लगाये गये नमक कर के विरोध में १९३० में नमक सत्याग्रह और इसके बाद १९४२ में अंग्रेजो भारत छोड़ो आन्दोलन से खासी प्रसिद्धि प्राप्त की। दक्षिण अफ्रीका और भारत में विभिन्न अवसरों पर कई वर्षों तक उन्हें जेल में भी रहना पड़ा। गांधी जी ने सभी परिस्थितियों में अहिंसा और सत्य का पालन किया और सभी को इनका पालन करने के लिये वकालत भी की। उन्होंने साबरमती आश्रम में अपना जीवन गुजारा और परम्परागत भारतीय पोशाक धोती व सूत से बनी शाल पहनी जिसे वे स्वयं चरखे पर सूत कातकर हाथ से बनाते थे। उन्होंने सादा शाकाहारी भोजन खाया और आत्मशुद्धि के लिये लम्बे-लम्बे उपवास रखे। .

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मारिया मांटेसरी

मारिया मांटेसरी मारिया मांटेसरी (Maria Tecla Artemisia Montessori; इतालवी उच्चारण:; 31 अगस्त, 1870 – 6 मई, 1952) इटली की एक चिकित्सक तथा शिक्षाशास्त्री थीं जिनके नाम से शिक्षा की मांटेसरी पद्धति प्रसिद्ध है। उनकी शिक्षापद्धति आज भी कुछ विद्यालयों में प्रचलित है। .

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यमुना नदी

आगरा में यमुना नदी यमुना त्रिवेणी संगम प्रयाग में वृंदावन के पवित्र केशीघाट पर यमुना सुबह के धुँधलके में यमुनातट पर ताज यमुना भारत की एक नदी है। यह गंगा नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी है जो यमुनोत्री (उत्तरकाशी से ३० किमी उत्तर, गढ़वाल में) नामक जगह से निकलती है और प्रयाग (इलाहाबाद) में गंगा से मिल जाती है। इसकी प्रमुख सहायक नदियों में चम्बल, सेंगर, छोटी सिन्ध, बतवा और केन उल्लेखनीय हैं। यमुना के तटवर्ती नगरों में दिल्ली और आगरा के अतिरिक्त इटावा, काल्पी, हमीरपुर और प्रयाग मुख्य है। प्रयाग में यमुना एक विशाल नदी के रूप में प्रस्तुत होती है और वहाँ के प्रसिद्ध ऐतिहासिक किले के नीचे गंगा में मिल जाती है। ब्रज की संस्कृति में यमुना का महत्वपूर्ण स्थान है। .

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लुई ब्रेल

लुई ब्रेल लुई ब्रेल (4 जनवरी 1809 – 6 जनवरी 1852) फ्रांस के शिक्षाविद तथा अन्वेषक थे जिन्होने अंधों के लिये लिखने तथा पढ़ने की प्रणाली विकसित की। यह पद्धति 'ब्रेल' नाम से जगप्रसिद्ध है। फ्रांस में जन्मे लुई ब्रेल अंधों के लिए ज्ञान के चक्षु बन गए। ब्रेल लिपि के निर्माण से नेत्रहीनों की पढ़ने की कठिनाई को मिटाने वाले लुई स्वयम भी नेत्रहीन थे। .

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सुटोमु यामागुकी

ये द्वितीय विस्वयुद्ध में अमेरिका द्वारा जापान पर 6 अगस्त तथा 9 अगस्त 1945 को किए गए दो परमाणु हमलों को झेलकर ६५ वर्षों तक जीवित रहने वाले एकमात्र व्यक्ति थे। ६ जनवरी, २०१० को 93 वर्ष की आयु में विकिरण के प्रभाव से हुए पेट के कैंसर के कारण उनका निधन हो गया। .

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हूनान

चीन में हूनान प्रांत (लाल रंग में) हूनान (湖南, Hunan) जनवादी गणराज्य चीन के दक्षिण-मध्य भाग में स्थित एक प्रांत है। हूनान का अर्थ 'झील से दक्षिण' होता है, जो इस प्रांत की दोंगतिंग झील से दक्षिण की स्थिति पर पड़ा है। हूनान की राजधानी चांगशा (长沙, Changsha) शहर है। क्योंकि शिआंग नदी इस प्रान्त की एक प्रमुख नदी है इसलिए इस प्रान्त को चीनी भावचित्रों में संक्षिप्त रूप से 'शिआंग' (湘, Xiang) लिखा जाता है। यह प्राचीनकाल में शक्तिशाली चू राज्य का हिस्सा था। हूनान का क्षेत्रफल २,११,८०० वर्ग किमी है, यानि भारत के जम्मू व कश्मीर राज्य से ज़रा कम। सन् २०१० की जनगणना में इसकी आबादी ६,५६,८३,७२२ थी, यानि भारत के झारखंड राज्य से ज़रा कम। हूनान का मौसम गरम और नम माना जाता है। सर्दियों में बर्फ़ कभी-कभार ही पड़ती है। मौसम में गर्मी और नमी के कारण खाना जल्दी ख़राब हो जाता है, इसलिए हुनानी खाना अपने मिर्च-मसालों के लिए प्रसिद्ध है जो इसे अधिक देर तक सुरक्षित रखते हैं।, Noelle Salmi, John Wiley & Sons, 2009, ISBN 978-0-470-38744-3,...

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जय भारत जननीय तनुजते

जय भारत जननीय तनुजते (ಜಯ ಭಾರತ ಜನನಿಯ ತನುಜಾತೆ) एक कन्नड़ कविता है, जिसका संपादन भारतीय कन्नड़ कवि कुवेम्पु ने किया था। यह कविता ६ जनवरी २००४ को कर्नाटक राज्य काई आधिकारिक गान घोषित हुई थी। .

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ई एल डाक्टारो

श्रेणी:अमेरिकी लेखक श्रेणी:1931 में जन्मे लोग.

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विजय तेंडुलकर

विजय तेंडुलकर विजय तेंडुलकर (६ जनवरी १९२८ - १९ मई २००८) प्रसिद्ध मराठी नाटककार, लेखक, निबंधकार, फिल्म व टीवी पठकथालेखक, राजनैतिक पत्रकार और सामाजिक टीपकार थे। भारतीय नाट्य व साहित्य जगत में उनका उच्च स्थान रहा है। वे सिनेमा और टेलीविजन की दुनिया में पटकथा लेखक के रूप में भी पहचाने जाते हैं। .

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खलील जिब्रान

खलील जिब्रान खलील जिब्रान खलील जिब्रान (Khalil Gibran (/dʒɪˈbrɑːn/; पूरा अरबी नाम: Gibran Khalil Gibran, अरबी: جبران خليل جبران‎ / ALA-LC: Jubrān Khalīl Jubrān or Jibrān Khalīl Jibrān) (6 जनवरी, 1883 – 10 जनवरी, 1931) एक लेबनानी-अमेरिकी कलाकार, कवि तथा न्यूयॉर्क पेन लीग के लेखक थे। उन्हें अपने चिंतन के कारण समकालीन पादरियों और अधिकारी वर्ग का कोपभाजन होना पड़ा और जाति से बहिष्कृत करके देश निकाला तक दे दिया गया था। आधुनिक अरबी साहित्य में जिब्रान खलील 'जिब्रान' के नाम से प्रसिद्ध हैं, किंतु अंग्रेजी में वह अपना नाम खलील ज्व्रान लिखते थे और इसी नाम से वे अधिक प्रसिद्ध भी हुए। .

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ग्रेगर जॉन मेंडल

ग्रेगर जॉन मेंडल ग्रेगर जॉन मेंडल (20 जुलाई, 1822 – 6 जनवरी, 1884) एक जर्मन भाषी ऑस्ट्रियाई औगस्टेनियन पादरी एवं वैज्ञानिक थे। उन्हें आनुवांशिकी का जनक कहा जाता है। उन्होंने मटर के दानों पर प्रयोग कर आनुवांशिकी के नियम निर्धारित किए थे। उनके कार्यों की महत्ता बीसवीं शताब्दी तक नहीं पहचानी गई बाद में उन नियमों की पुनर्खोज ने उनका महत्व बताया। .

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ग्रेगोरी कैलेंडर

ग्रेगोरियन कैलेंडर (Gregorian calendar), दुनिया में लगभग हर जगह उपयोग किया जाने वाला कालदर्शक या तिथिपत्रक है। यह जूलियन कालदर्शक (Julian calendar) का रूपान्तरण है। इसे पोप ग्रेगोरी (Pope Gregory XIII) ने लागू किया था। इससे पहले जूलियन कालदर्शक प्रचलन में था, लेकिन उसमें अनेक त्रुटियाँ थीं, जिन्हें ग्रेगोरी कालदर्शक में दूर कर दिया गया। .

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आनंद विहार

आनंद विहार पूर्वी दिल्ली का एक आवासीय क्षेत्र है। यहां अन्तर्राज्यीय बस अड्डा भी है। श्रेणी:दिल्ली के क्षेत्र.

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इरिना श्याक

इरिना श्याक (जन्म:6 जनवरी 1986) जिन्हें इरिना शेख के रूप में भी जाना जाता है, रूसी मॉडल और अभिनेत्री है। 2010 से वह क्रिस्टियानो रोनाल्डो के साथ रूमानी संबंध में है। .

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कपिलदेव

कपिलदेव रामलाल निखंज (जन्म ६ जन्वरी १९५९) भारत के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी हैं। भारत के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खिलाड़ियों में उनकी गणना होती है। वे भारतीय क्रिकेट के कप्तान के पद पर रह चुके हैं। १९८३ के क्रिकेट विश्वकप में वे भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान थे और उनके नेतृत्व में टीम ने विश्वकप जीतने का गौरव प्राप्त किया। वे विस्डेन द्वारा वर्ष २००२ में 'सदी के भारतीय क्रिकेटर' चुने गये। वे १० माह के लिये भारतीय क्रिकेट टीम के प्रशिक्षक भी रहे थे। कपिलदेव का जन्म चंडीगढ़ में हुआ। उनका विवाह रोमी भाटिया से सन १९८० में हुआ। उनकी बेटी, अमिया देव का जन्म १६ जनवरी, १९९६ को हुआ। Kapil Dev ka another name kya h .

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कमलेश्वर

कमलेश्वर (६ जनवरी१९३२-२७ जनवरी २००७) हिन्दी लेखक कमलेश्वर बीसवीं शती के सबसे सशक्त लेखकों में से एक समझे जाते हैं। कहानी, उपन्यास, पत्रकारिता, स्तंभ लेखन, फिल्म पटकथा जैसी अनेक विधाओं में उन्होंने अपनी लेखन प्रतिभा का परिचय दिया। कमलेश्वर का लेखन केवल गंभीर साहित्य से ही जुड़ा नहीं रहा बल्कि उनके लेखन के कई तरह के रंग देखने को मिलते हैं। उनका उपन्यास 'कितने पाकिस्तान' हो या फिर भारतीय राजनीति का एक चेहरा दिखाती फ़िल्म 'आंधी' हो, कमलेश्वर का काम एक मानक के तौर पर देखा जाता रहा है। उन्होंने मुंबई में जो टीवी पत्रकारिता की, वो बेहद मायने रखती है। 'कामगार विश्व’ नाम के कार्यक्रम में उन्होंने ग़रीबों, मज़दूरों की पीड़ा-उनकी दुनिया को अपनी आवाज़ दी। कमलेश्वर का जन्म ६ जनवरी १९३२ को उत्तरप्रदेश के मैनपुरी जिले में हुआ। उन्होंने १९५४ में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिन्दी साहित्य में एम.ए. किया। उन्होंने फिल्मों के लिए पटकथाएँ तो लिखी ही, उनके उपन्यासों पर फिल्में भी बनी। `आंधी', 'मौसम (फिल्म)', 'सारा आकाश', 'रजनीगंधा', 'छोटी सी बात', 'मिस्टर नटवरलाल', 'सौतन', 'लैला', 'रामबलराम' की पटकथाएँ उनकी कलम से ही लिखी गईं थीं। लोकप्रिय टीवी सीरियल 'चन्द्रकांता' के अलावा 'दर्पण' और 'एक कहानी' जैसे धारावाहिकों की पटकथा लिखने वाले भी कमलेश्वर ही थे। उन्होंने कई वृतचित्रों और कार्यक्रमों का निर्देशन भी किया। १९९५ में कमलेश्वर को 'पद्मभूषण' से नवाज़ा गया और २००३ में उन्हें 'कितने पाकिस्तान'(उपन्यास) के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वे 'सारिका' 'धर्मयुग', 'जागरण' और 'दैनिक भास्कर' जैसे प्रसिद्ध पत्र-पत्रिकाओं के संपादक भी रहे। उन्होंने दूरदर्शन के अतिरिक्त महानिदेशक जैसा महत्वपूर्ण दायित्व भी निभाया। कमलेश्वर ने अपने ७५ साल के जीवन में १२ उपन्यास, १७ कहानी संग्रह और क़रीब १०० फ़िल्मों की पटकथाएँ लिखीं। कमलेश्वर की अंतिम अधूरी रचना अंतिम सफर उपन्यास है, जिसे कमलेश्वर की पत्नी गायत्री कमलेश्वर के अनुरोध पर तेजपाल सिंह धामा ने पूरा किया और हिन्द पाकेट बुक्स ने उसे प्रकाशित किया और बेस्ट सेलर रहा। २७ जनवरी २००७ को उनका निधन हो गया। .

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कोयला

कोयला एक ठोस कार्बनिक पदार्थ है जिसको ईंधन के रूप में प्रयोग में लाया जाता है। ऊर्जा के प्रमुख स्रोत के रूप में कोयला अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। कुल प्रयुक्त ऊर्जा का ३५% से ४०% भाग कोयलें से पाप्त होता हैं। विभिन्न प्रकार के कोयले में कार्बन की मात्रा अलग-अलग होती है। कोयले से अन्य दहनशील तथा उपयोगी पदार्थ भी प्राप्त किया जाता है। ऊर्जा के अन्य स्रोतों में पेट्रोलियम तथा उसके उत्पाद का नाम सर्वोपरि है। .

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अधिवर्ष

अधिवर्ष (अंग्रेजी:लीप वर्ष), हर चार वर्ष बाद आने वाला वर्ष है जिसमें साल में 366 दिन होते हैं। दरअसल पृथ्वी सूर्य का चक्कर लगाने में 365 दिन और करीब 6 घंटे लगाती है। ऐसा होने से हर चार साल में एक दिन अधिक हो जाता है, अतः प्रत्येक चार साल बाद फरवरी माह में एक दिन अतिरिक्त जोड़ संतुलन बनाये रखने की कोशिश की जाती है। अधिवर्ष संख्या 4 से भाज्य होते है, 2004 अधिवर्ष था। मगर '00' से अंत होने वाले वर्ष, अधिवर्ष नहीं होते, 2000 अधिवर्ष था। 2000, 400 से भाज्य है इसी प्रकार 1900, 1800, 1700 अधिवर्ष नहीं हैजबकि 2000, 1600, 1200 अधिवर्ष था। अधिवर्ष.

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अलेक्सांदर स्क्र्याबिन

रूसी संगीतकार '''अलेक्सांदर स्क्र्याबिन''' अलेक्सांदर स्क्र्याबिन (Alexander Nikolayevich Scriabin; रूसी: Алекса́ндр Никола́евич Скря́бин, रूसी उच्चारण:; 6 जनवरी 1872 – 27 अप्रैल) रूस के संगीतकार एवं पियानोवादक थे। .

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अजीत प्रताप सिंह

राजा अजीत प्रताप सिंह (जन्म: 14 जनवरी, 1917; कुल्हीपुर, प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश- मृत्यु: 6 जनवरी 2000) उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिला के शाही परिवार से राजनेता थे। .

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उदयवीर शास्त्री

आचार्य उदयवीर शास्त्री (6 जनवरी 1894 - 16 जनवरी 1991) भारतीय दर्शन के उद्भट विद्वान् थे। उन्होने कपिल मुनि के प्राचीन सांख्य, गोतम मुनि के न्याय पर बहुत शोधपरक काम किया है जिसके लिए सन् १९५० के दशक में उन्हें भारत के कई राज्यों से पुरस्कार मिले। अपने जीवन के तीसरे दशक मे वो लाहौर में रहे थे। उनके भाष्यों में यानि टीकाओं में उदाहरण परंपराओं से लिए जाते थे जो सुबोध होते थे। .

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१८४०

1840 ग्रेगोरी कैलंडर का एक अधिवर्ष है। .

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१८४७

1847 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१८७२

1872 ग्रेगोरी कैलंडर का एक अधिवर्ष है। .

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१८८३

1883 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१८८४

1884 ग्रेगोरी कैलंडर का एक अधिवर्ष है। .

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१८८५

1885 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१८९४

1894 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९०७

1907 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९१८

1918 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९२१

1921 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९२८

1928 ग्रेगोरी कैलंडर का एक अधिवर्ष है। .

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१९३१

1931 एक वर्ष है। .

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१९३६

1936 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९४०

1940 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९५२

१९५२ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९५९

1959 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९६६

1966 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९७७

1977 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९८४

१९८४ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९८६

1986 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९९३

1993 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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२०००

2000 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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२००४

2004 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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२०१०

वर्ष २०१० वर्तमान वर्ष है। यह शुक्रवार को प्रारम्भ हुआ है। संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष २०१० को अंतराष्ट्रीय जैव विविधता वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इन्हें भी देखें 2010 भारत 2010 विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी 2010 साहित्य संगीत कला 2010 खेल जगत 2010 .

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२०१६

२०१६ ग्रेगोरियन कैलेंडर के शुक्रवार को शुरू हुआ एक वर्ष है। .

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2016 के उत्तर कोरियाई परमाणु परीक्षण

6 जनवरी 2016 को 10:00:01 यूटीसी+०८:३० पर, उत्तर कोरिया ने किल्जु शहर, किल्जु काउंटी से लगभग दूर उत्तर-पश्चिम में अपने पुंग्ये-री परमाणु परीक्षण स्थल पर एक भूमिगत परमाणु परीक्षण किया। उत्तर कोरियाई मीडिया ने इन परीक्षणों के बाद इसके सफल होने का दावा किया; उत्तर कोरिया के पास इस क्षमता का होना लगभग एक महीने पहले से ही चर्चा का विषय बना हुआ था। संयुक्त राज्य भूगर्भ सर्वेक्षण ने इस जगह के पास 5.1 परिमाण के भूकंप आने का दावा किया; चीनी भूकम्प नेटवर्क केंद्र ने इसके 4.9 परिमाण के होने का दावा किया; वहीं दक्षिण कोरियाई मौसम विभाग के अनुसार इसकी तीव्रता 4.2 पैमान की थी। द न्यूयॉर्क टाईम्स के अनुसार, उत्तर कोरिया ने परीक्षण को सफल बताया, जबकि द गार्जियन के अनुसार कोरियाई सरकार ने इसे अमेरिका के बेहद ज्यादा परमाणु हथियारों के जवाब में अपनी सुरक्षा के लिये किया गया परीक्षण बताया है।एन॰के॰ न्यूज ने अपनी रपट में कोरियाई केंद्रीय दूरदर्शन को उद्धृत करते हुए कहा कि, हालांकि दक्षिण कोरिया की गुप्तचर संस्था और बाहरी परमाणु विशेषज्ञ प्योंगयांग के दावों पर शक़ करते हुए कह रहे हैं कि उत्तर कोरिया ने हाइड्रोजन नहीं बल्कि किसी आम परमाणु बम का परीक्षण किया है। .

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

6 जनवरी, जनवरी 6

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