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अदन प्रान्त

सूची अदन प्रान्त

अदन प्रान्त (अरबी:, अंग्रेज़ी: 'Adan) यमन का एक प्रान्त है। इस प्रान्त का अधिकतर भाग अदन का शहर है जो ऐतिहासिक महत्व रखता है। प्राचीनकाल में यह क्रेटर (Crater) कहलाया जाता था क्योंकि यह एक मृत ज्वालामुखी के मुख (क्रेटर) में स्थित है। १८३९ से १९६७ के काल में अदन पर ब्रिटिश क़ब्ज़ा हो गया। सालों के संघर्ष के बाद अदन और यमन के अन्य दक्षिणी प्रान्तों को आजादी मिली और अदन 'दक्षिण यमन' की राजधानी बना। १९९० में दक्षिण और उत्तरी यमन के दो राष्ट्रों का विलय हुआ और अदन नए 'यमन गणतंत्र' का सबसे महत्त्वपूर्ण आर्थिक केंद्र बन गया। सुक़ूत्रा का द्वीप समूह भी अदन प्रान्त का हिस्सा हुआ करता था लेकिन २००४ में इसे हदरामौत प्रान्त में डाल दिया गया। .

8 संबंधों: यमन, यमन के प्रान्त, हदरामौत प्रान्त, ज्वालामुखी, क्रेटर, अदन, अरबी भाषा, अंग्रेज़ी भाषा

यमन

यमन (अरबी भाषा: اليَمَن अल-यमन), आधिकारिक तौर पर यमन गणराज्य (अरबी भाषा: الجمهورية اليمنية अल-जम्हूरिया अल-यमन) मध्यपूर्व एशिया का एक देश है, जो अरब प्रायद्वीप में दक्षिण पश्चिम में स्थित है। 2 करोड़ वाली आबादी वाले देश यमन की सीमा उत्तर में सऊदी अरब, पश्चिम में लाल सागर, दक्षिण में अरब सागर और अदन की खाड़ी और पूर्व में ओमान से मिलती है। यमन की भौगोलिक सीमा में लगभग 200 से ज्यादा द्वीप भी शामिल हैं, जिनमें सोकोत्रा द्वीप सबसे बड़ा है। .

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यमन के प्रान्त

यमन में २० प्रांत हैं जिन्हें मुहाफ़ज़ाह (अरबी:, अंग्रेज़ी: governorate) कहा जाता है, यानि वह क्षेत्र जो किसी राज्यपाल (governor) या हाफ़िज़ की निगरानी में रखे गए हों। इन प्रान्तों का ब्यौरा नीचे के विभाग दिया गया है। इन प्रान्तों को आगे ज़िलों में विभाजित किया जाता है, जिन्हें लेबनान में अरबी भाषा में 'मुदेरियाह' (muderiah) कहते हैं। कुल मिलकर यमन में ३३३ ज़िले हैं, जो आगे २,२१० उपज़िलों में और फिर ३८,२८४ गाँवों में बंटे हैं। .

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हदरामौत प्रान्त

हदरामौत प्रान्त या हज़रामौत प्रान्त (अरबी:, अंग्रेज़ी: Hadramaut) यमन का एक प्रान्त है। यह देश का सबसे बड़ा प्रान्त है और ऐतिहासिक 'हदरामौत' क्षेत्र का भाग है जहाँ प्राचीनकाल में कई शक्तिशाली यमनी राज्य उभरे थे। सन् २००४ में सुक़ूत्रा का द्वीप समूह भी अदन प्रान्त से हटाकर हदरामौत प्रान्त का भाग बना दिया गया। हदरामौत प्रान्त की संस्कृति पड़ोसी ओमान देश के ज़ोफ़ार प्रान्त से मिलती है। इन दोनों क्षेत्रों के लोगों को 'हदरामौती' बुलाया जाता है और यह दक्षिणी अरबी भाषा की हदरामौती उपभाषा बोलते हैं। .

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ज्वालामुखी

तवुर्वुर का एक सक्रिय ज्वालामुखी फटते हुए, राबाउल, पापुआ न्यू गिनिया ज्वालामुखी पृथ्वी की सतह पर उपस्थित ऐसी दरार या मुख होता है जिससे पृथ्वी के भीतर का गर्म लावा, गैस, राख आदि बाहर आते हैं। वस्तुतः यह पृथ्वी की ऊपरी परत में एक विभंग (rupture) होता है जिसके द्वारा अन्दर के पदार्थ बाहर निकलते हैं। ज्वालामुखी द्वारा निःसृत इन पदार्थों के जमा हो जाने से निर्मित शंक्वाकार स्थलरूप को ज्वालामुखी पर्वत कहा जाता है। ज्वालामुखी का सम्बंध प्लेट विवर्तनिकी से है क्योंकि यह पाया गया है कि बहुधा ये प्लेटों की सीमाओं के सहारे पाए जाते हैं क्योंकि प्लेट सीमाएँ पृथ्वी की ऊपरी परत में विभंग उत्पन्न होने हेतु कमजोर स्थल उपलब्ध करा देती हैं। इसके अलावा कुछ अन्य स्थलों पर भी ज्वालामुखी पाए जाते हैं जिनकी उत्पत्ति मैंटल प्लूम से मानी जाती है और ऐसे स्थलों को हॉटस्पॉट की संज्ञा दी जाती है। भू-आकृति विज्ञान में ज्वालामुखी को आकस्मिक घटना के रूप में देखा जाता है और पृथ्वी की सतह पर परिवर्तन लाने वाले बलों में इसे रचनात्मक बल के रूप में वर्गीकृत किया जाता है क्योंकि इनसे कई स्थलरूपों का निर्माण होता है। वहीं, दूसरी ओर पर्यावरण भूगोल इनका अध्ययन एक प्राकृतिक आपदा के रूप में करता है क्योंकि इससे पारितंत्र और जान-माल का नुकसान होता है। .

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क्रेटर

अपोलो १५ यान द्वारा खींची गयी चन्द्रमा पर ऍरिस्टार्कस और हॅरोडोटस क्रेटरों की तस्वीर क्रेटर किसी खगोलीय वस्तु पर एक गोल या लगभग गोल आकार के गड्ढे को कहते हैं जो किसी विस्फोटक ढंग से बना हो, चाहे वह ज्वालामुखी का फटना हो, अंतरिक्ष से गिरे उल्कापिंड का प्रहार हो या फिर ज़मीन के अन्दर कोई अन्य विस्फोट हो। विस्फोट का कारण प्राकृतिक हो सकता है या कृत्रिम (जैसे की परमाणु बम का विस्फोट)। क्रेटर कई प्रकार के होते हैं -.

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अदन

अदन यमन का एक शहर है। यह उस देश का सबसे महत्त्वपूर्ण आर्थिक केंद्र और बंदरगाह है। अदन लाल सागर की अदन की खाड़ी पर बाब अल-मन्देब जलसन्धि से १७० किमी पूर्व में स्थित है। यहाँ लगभग १० लाख लोग रहते हैं। अदन बंदरगाह एक शांत ज्वालामुखी के क्रेटर में स्थित है। यहाँ १८३९ से १९६७ के काल में ब्रिटिश क़ब्ज़ा रहा और इस दौरान १९३७ तक इसे ब्रिटिश भारत का हिस्सा माना जाता था।, Shyam Singh Shashi Shashi, Anmol Publications, 1996, ISBN 978-81-7041-859-7,...

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अरबी भाषा

अरबी भाषा सामी भाषा परिवार की एक भाषा है। ये हिन्द यूरोपीय परिवार की भाषाओं से मुख़्तलिफ़ है, यहाँ तक कि फ़ारसी से भी। ये इब्रानी भाषा से सम्बन्धित है। अरबी इस्लाम धर्म की धर्मभाषा है, जिसमें क़ुरान-ए-शरीफ़ लिखी गयी है। .

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अंग्रेज़ी भाषा

अंग्रेज़ी भाषा (अंग्रेज़ी: English हिन्दी उच्चारण: इंग्लिश) हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार में आती है और इस दृष्टि से हिंदी, उर्दू, फ़ारसी आदि के साथ इसका दूर का संबंध बनता है। ये इस परिवार की जर्मनिक शाखा में रखी जाती है। इसे दुनिया की सर्वप्रथम अन्तरराष्ट्रीय भाषा माना जाता है। ये दुनिया के कई देशों की मुख्य राजभाषा है और आज के दौर में कई देशों में (मुख्यतः भूतपूर्व ब्रिटिश उपनिवेशों में) विज्ञान, कम्प्यूटर, साहित्य, राजनीति और उच्च शिक्षा की भी मुख्य भाषा है। अंग्रेज़ी भाषा रोमन लिपि में लिखी जाती है। यह एक पश्चिम जर्मेनिक भाषा है जिसकी उत्पत्ति एंग्लो-सेक्सन इंग्लैंड में हुई थी। संयुक्त राज्य अमेरिका के 19 वीं शताब्दी के पूर्वार्ध और ब्रिटिश साम्राज्य के 18 वीं, 19 वीं और 20 वीं शताब्दी के सैन्य, वैज्ञानिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक प्रभाव के परिणाम स्वरूप यह दुनिया के कई भागों में सामान्य (बोलचाल की) भाषा बन गई है। कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों और राष्ट्रमंडल देशों में बड़े पैमाने पर इसका इस्तेमाल एक द्वितीय भाषा और अधिकारिक भाषा के रूप में होता है। ऐतिहासिक दृष्टि से, अंग्रेजी भाषा की उत्पत्ति ५वीं शताब्दी की शुरुआत से इंग्लैंड में बसने वाले एंग्लो-सेक्सन लोगों द्वारा लायी गयी अनेक बोलियों, जिन्हें अब पुरानी अंग्रेजी कहा जाता है, से हुई है। वाइकिंग हमलावरों की प्राचीन नोर्स भाषा का अंग्रेजी भाषा पर गहरा प्रभाव पड़ा है। नॉर्मन विजय के बाद पुरानी अंग्रेजी का विकास मध्य अंग्रेजी के रूप में हुआ, इसके लिए नॉर्मन शब्दावली और वर्तनी के नियमों का भारी मात्र में उपयोग हुआ। वहां से आधुनिक अंग्रेजी का विकास हुआ और अभी भी इसमें अनेक भाषाओँ से विदेशी शब्दों को अपनाने और साथ ही साथ नए शब्दों को गढ़ने की प्रक्रिया निरंतर जारी है। एक बड़ी मात्र में अंग्रेजी के शब्दों, खासकर तकनीकी शब्दों, का गठन प्राचीन ग्रीक और लैटिन की जड़ों पर आधारित है। .

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